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Last Updated :नई दिल्ली , शुक्रवार, 11 अगस्त 2023 (08:57 IST)

Weather Updates: उत्तराखंड से बिहार तक बारिश से हाहाकार, IMD ने जारी किया रेड अलर्ट

Weather Updates: उत्तराखंड से बिहार तक बारिश से हाहाकार, IMD ने जारी किया रेड अलर्ट - Outcry due to rain from Uttarakhand to Bihar
Weather Updates: उत्तराखंड से बिहार तक बारिश से हाहाकार मचा हुआ है। देहरादून से मिले समाचारों के अनुसार उत्तराखंड में भारी बारिश का प्रकोप गुरुवार को भी जारी रहा और विभिन्न स्थानों पर जलभराव और बाढ़ जैसे हालात बन गए जबकि वर्षा संबंधी घटनाओं में आज 2 व्यक्तियों की मौत हो गई और 2 अन्य घायल हुए हैं। मूसलधार बारिश के चलते उफान पर चल रहे नदीनालों का पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया जिसके बाद कई स्थानों पर लोगों को बाहर निकाला गया। आईएमडी (IMD) ने रेड अलर्ट जारी किया है।
 
पुलिस ने बताया कि ऋषिकेश के पास चौरासी कुटिया क्षेत्र में एक दीवार ढह जाने से उसके मलबे में दबकर 1 व्यक्ति की मृत्यु हो गई और 1 अन्य घायल हो गया। मृतक की पहचान राजस्थान के रहने वाले गजानन (84) के रूप में हुई है। नैनीताल जिले के कालाढूंगी में शाम को उफनाई बौर नदी के किनारेकिनारे जा रहे 2 किशोर पैर फिसलने से उसमें जा गिरे और तेज बहाव में बह गए।
 
नैनीताल के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शैलेष कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर तलाशी अभियान चलाया गया जिसमें नितिन तिवारी (15) का शव बरामद हुआ जबकि उसके चचेरे भाई पंकज तिवारी (15) को सकुशल बाहर निकाल लिया गया।
 
उधर 4 अगस्त को केदारनाथ यात्रा मार्ग पर गौरीकुंड में डाट पुलिया के पास हुए भूस्खलन की घटना में लापता लोगों में से 2 और व्यक्तियों के शव गुरुवार को बरामद हो गए। मृतकों में से 1 की पहचान नेपाली नागरिक वीर बहादुर (52) तथा दूसरे की पहचान रूद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि के बष्टी गांव के रहने वाले 28 वर्षीय रणवीर सिंह के रूप में हुई है। गौरीकुंड भूस्खलन की घटना में अब तक 5 शव बरामद हो चुके हैं। 3 व्यक्तियों के शव घटना वाले दिन ही मिल गए थे। कुल 23 लोग घटना का शिकार हुए थे जिसमें से 18 अभी भी लापता हैं।
 
ऋषिकेश के निकट मुनि की रेती के खारास्रोत क्षेत्र में बुधवार रात मूसलधार बारिश के दौरान एक नाले के उफान पर आने के कारण 80100 मकानों में पानी घुस गया जिसके बाद राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) ने एक अभियान चलाकर 50 से ज्यादा लोगों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
 
सूचना मिलने पर अधिकारियों के साथप्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल भी रात को मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। इसी तरह ऋषिकेश के ढालवाला क्षेत्र में निचले इलाके में बाढ़ के खतरे को देखते हुए वहां से भी लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। उधमसिंह नगर जिले के काशीपुर में भी कई मकानों में बारिश का पानी घुस गया और यहां से 80 से अधिक लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
 
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है और राष्ट्रीय राजमार्गों सहित अन्य सड़कों के भूस्खलन के कारण बारबार बंद होने और बहाल होने का सिलसिला जारी है। इससे बच्चों को भी स्कूल जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
 
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में कुल 241 मार्ग मलबे के कारण अवरुद्ध हैं जिन्हें खोलने के लिए 213 जेसीबी मशीन लगाई गई हैं। कोटद्वारदुगड्डा राष्ट्रीय राजमार्ग, पौड़ी जिले में सिद्धबली से आमसौड़ तक 1012 स्थानों पर भूस्खलन का मलबा आने के कारण बुधवार से अवरुद्ध है जिसे खोलने के लिए 6 जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं।
 
इस बीच केदारनाथ धाम पहुंचने वाला गुप्तकाशी गौरीकुंड राजमार्ग रुद्रप्रयाग जिले में फाटा कस्बे के समीप तरसाली गांव में पहाड़ी से भूस्खलन का मलबा गिरने के कारण यातायात के लिए पूरी तरह से बाधित हो गया है। आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने बताया कि यहां सड़क का 60 मीटर हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है जिसे खोलने में काफी समय लगने की संभावना है। इसके मद्देनजर जवाड़ी और तिलवाड़ा पुलिस चौकियों से यात्रियों को मार्ग बाधित होने की जानकारी देते हुए सुरक्षित जगहों पर रुकने की सलाह दी जा रही है।
 
भारी बारिश के चलते पौड़ी, चमोली, बागेश्वर, नैनीताल और चंपावत जिलों में कक्षा 1 से 12 वीं तक के स्कूलों की गुरुवार को छुट्टी रही। इस बीच मौसम केंद्र देहरादून द्वारा जारी ताजा पूर्वानुमान में टिहरी, देहरादून और पौड़ी जिलों में 10 से 14 अगस्त तक बारिश का 'रेड अलर्ट' जारी किया गया है जबकि चंपावत, नैनीताल और उधमसिंह नगर जिले में 10 और 11 अगस्त के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' तथा 12 से 14 अगस्त के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया गया है। प्रदेश के इन जिलों में कहींकहीं भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने संबंधित जिलाधिकारियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
 
बिहार में कई नदियों का जलस्तर बढ़ा : पटना/मुजफ्फरपुर से मिले समाचार के अनुसार बिहार सरकार ने राज्य की कई नदियों में जलस्तर बढ़ने के मद्देनजर संबंधित विभाग के अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने बताया कि उत्तर बिहार में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है, क्योंकि सोन, गंडक, पुनपुन, बागमती और गंगा सहित कई नदियां या तो खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं या कई जिलों में खतरे के निशान के करीब हैं।
 
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को सड़क मार्ग से पटना के आसपास गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया था। मुख्यमंत्री अटल पथ होते हुए जे.पी. सेतु पहुंचे और गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया था। कुमार ने गंगा नदी के आसपास के इलाकों की स्थिति की जानकारी ली तथा अधिकारियों को निर्देश दिया कि गंगा नदी के किनारे वाले क्षेत्रों में बढ़ते जलस्तर को ध्यान में रखते हुए पूरी तरह सतर्क रहें और सभी प्रकार की तैयारी पूरी रखें।
 
गांधी घाट (पटना) पर गंगा का जलस्तर गुरुवार को खतरे के निशान 48.60 मीटर से .06 सेमी नीचे 48.54 मीटर पर पहुंच गया। हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर और कहलगांव में गंगा खतरे के निशान से थोड़ा नीचे बह रही है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 2 दिन में राज्य के ज्यादातर हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान जताया है।
 
अधिकारियों ने बताया कि मुजफ्फरपुर में बागमती नदी का जलस्तर बढ़ने से गुरुवार को जिले के ग्रामीण इलाकों के कई गांवों में पानी भर गया। उन्होंने बताया कि इन गांवों में बांसघाट, खंगुरा, पहसौल, नगवारा, कटाई, लखनपुर, चनागेल, तेहवारा आदि शामिल हैं।
 
उन्होंने बताया कि कटरा में अस्थायी पुल (पीपा पुल) के ऊपर से पानी बहने के कारण मुजफ्फरपुर जिले में कम से कम 16 पंचायत क्षेत्रों का सड़क संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। मुजफ्फरपुर (पूर्व) के सहायक दंडाधिकारी ज्ञान प्रकाश ने संवाददाताओं से कहा कि संबंधित अधिकारियों को कटरा और आसपास के इलाकों में बाढ़ पीड़ितों को तत्काल राहत प्रदान करने का निर्देश दिया गया है।
 
अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार को गंडक सिधवलिया (गोपालगंज) के पास खतरे के निशान से 0.35 सेमी ऊपर और कोशी नदी खगड़िया जिले के बलतारा में लाल निशान से 0.33 सेमी ऊपर बह रही है।
 
दिल्ली के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश : दिल्ली के कई इलाकों में गुरुवार को हल्की बारिश हुई। राष्ट्रीय राजधानी से सटे गाजियाबाद और नोएडा के कुछ हिस्सों में भी बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 2 दिनों में राष्ट्रीय राजधानी में आमतौर पर बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने की संभावना है।
 
हिमाचल में बादल फटने से मकान ढहा, 2 शव बरामद : नाहन (हिमाचल प्रदेश) से मिले समाचारों के अनुसार हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में बादल फटने से एक गांव में पानी घुस जाने के बाद एक मकान ढह गया जिसके मलबे में फंसे एक परिवार के 5 लोगों में से 2 के शवों को गुरुवार को बरामद कर लिया गया। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि बुधवार रात को बादल फटने की यह घटना जिले के पोंटा साहिब क्षेत्र में हुई।
 
उन्होंने बताया कि मलागी दादियात गांव के कई घरों में पानी घुसने और 3 मकानों के क्षतिग्रस्त होने की सचूना प्राप्त हुई है। अधिकारियों ने बताया कि इनमें से एक घर ढह गया जिसके मलबे में एक ही परिवार के 5 लोगों के दबे होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि 2 शवों को बरामद कर लिया गया है। मृतकों की पहचान कुलदीप (62) और नीतिश (10) के रूप में हुई है।
 
पोंटा उपसंभागीय मजिस्ट्रेट गुंजीत सिंह चीमा ने बताया कि परिवार के 3 अन्य सदस्यों के लिए खोज अभियान चल रहा है। उन्होंने बताया कि मौके पर भारी मात्रा में कीचड़ जमा है, लगातार पानी बह रहा है और भारी मलबा एकत्र हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि तेज रफ्तार में आता हुआ कीचड़ मकान को ढहने के बाद 20 मीटर तक अपने साथ बहा ले गया।
 
राज्य के आपातकालीन केंद्र की ओर से बताया गया कि मलागी दादियात में संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है और लोक निर्माण विभाग में काम करने वाले कुलदीप सिंह का घर ढह गया। अधिकारियों ने बताया कि मलबे में कुलदीप सिंह, उनकी पत्नी जीतो देवी समेत 5 लोगों के फंसे होने की आशंका है। बचाव अभियान जारी है।
 
बादल फटने के बाद पोंटा को शल्लाई से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग707 का एक हिस्सा अवरुद्ध हो गया जिसके कारण प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को प्रभावित गांव तक पहुंचने में मुश्किलें आ रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि राजबन और सतौन के बीच भी सड़क अवरुद्ध हो गई है और गिरि नदी का जलस्तर बढ़ गया है।
 
उन्होंने बताया कि बचाव अभियान के लिए प्रशासन ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) से भी मदद मांगी है। मानसून की शुरुआत के बाद से अब तक राज्य में बारिश संबंधी दुर्घटनाओं में 231 लोगों की जानें जा चुकी हैं। आपातकालीन केंद्र के अनुसार राज्य को करीब 6,731 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है और अब भी करीब 190 सड़कें बंद हैं।
 
स्थानीय मौसम कार्यालय ने गुरुवार और रविवार के लिए भारी बारिश का 'येलो अलर्ट' जारी किया है, साथ ही 15 अगस्त तक क्षेत्र में बारिश की संभावना जताई है। स्थानीय मौसम कार्यालय ने भूस्खलन होने, बाढ़ आने, नदियों और नालों में जलस्तर बढ़ने को लेकर भी आगाह किया है।
 
उत्तरपूर्वी बिहार (Northeast Bihar) के ऊपर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक संबद्ध चक्रवाती (cyclonic) परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ अमृतसर, अंबाला, सुल्तानपुर, पटना, मालदा और फिर पूर्व की ओर मणिपुर से होकर गुजर रही है। आईएमडी (IMD) ने रेड अलर्ट जारी किया है।
 
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : आज शुक्रवार को पूर्वी उत्तरप्रदेश, बिहार, असम के कुछ हिस्सों और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एकदो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
 
बिहार के शेष हिस्सों, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा के कुछ हिस्सों, तेलंगाना, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। दक्षिणी मध्यप्रदेश, गुजरात, विदर्भ, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, पंजाब, जम्मूकश्मीर और हिमाचल प्रदेश में हल्की बारिश संभव है।(एजेंसियां)
 
Edited by: Ravindra Gupta
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