Operation Sindoor : भारत ने क्यों किया बहावलपुर और मुरीदके पर हमला, क्या हैं इनका आतंकी कनेक्शन?
भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में 9 स्थलों पर किया हमला, दोनों पाकिस्तान के पंजाब में हैं
भारतीय अधिकारियों ने कहा कि लक्षित 9 स्थलों में बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद मुख्यालय और मुरीदके में लश्कर का मुख्यालय शामिल हैं, दोनों पाकिस्तान के पंजाब में हैं। भारत ने स्पष्ट रूप से कहा है कि उसकी कार्रवाई केंद्रित, नपी-तुली और सैन्य कार्रवाई को बढ़ावा न देने वाली प्रकृति की रही है।
रक्षा मंत्रालय ने 1.44 बजे जारी एक बयान में कहा कि थोड़ी देर पहले, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में उस आतंकी ढांचे पर हमला करते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया, जहां से भारत के खिलाफ आतंकी हमलों की योजना बनाई गई और उन्हें निर्देशित किया गया।
भारत ने लक्ष्यों के चयन और निष्पादन के तरीके में काफी संयम दिखाया है।
बहावलपुर को क्यों बनाया निशाना : 1999 में आईसी-814 के अपहृत यात्रियों के बदले आतंकवादी मसूद अजहर की रिहाई के बाद बहावलपुर जैश-ए-मोहम्मद आतंकी समूह का केंद्र बन गया था। तब से यह समूह भारत में कई आतंकी हमलों में शामिल रहा है, जिसमें 2001 में संसद पर हमला, 2000 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर हमला, 2016 में पठानकोट में भारतीय वायुसेना के अड्डे पर हमला और 2019 में पुलवामा आत्मघाती बम विस्फोट शामिल हैं। अजहर को वैश्विक आतंकवादी नामित किया गया है और अप्रैल 2019 के बाद से सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है।
अधिकारियों ने कहा कि उसने जनवरी 2000 में आतंकी संगठन शुरू किया और पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई), अफगानिस्तान में तत्कालीन तालिबान नेताओं, ओसामा बिन लादेन और पाकिस्तान में सुन्नी सांप्रदायिक संगठनों से सहायता प्राप्त की।
क्या है मुरीदके का हाफिज सईद से कनेक्शन लाहौर से 30 किलोमीटर दूर मुरीदके 1990 से लश्कर का मुख्यालय रहा है। इसका मुखिया हाफिज सईद है और यह मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार है। अधिकारियों ने बताया कि इसने जम्मू-कश्मीर, बेंगलुरु और हैदराबाद समेत देश के कई अन्य हिस्सों में भी आतंकी हमले किए हैं।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा आतंकी समूह घोषित लश्कर का संदिग्ध सरगना सईद भारत की सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों की सूची में है। पर विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
Eedited by : Nrapendra Gupta