केरल में फिर फैल रहा है निपाह वायरस, जानिए इस खतरनाक वायरस से जुड़ी 6 खास बातेंं
कोच्चि। केरल में निपाह वायरस बहुत तेजी से फैल रहा है। केरल में इस खतरनाक बीमारी की वजह से हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने मंगलवार को कहा कि कोच्चि के एक अस्पताल में भर्ती 23 वर्षीय कॉलेज छात्र निपाह संक्रमण से पीड़ित है। उन्होंने बताया कि पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) में छात्र के रक्त के नमूने की जांच की गई जिसमें निपाह की पुष्टि हुई है।
इससे पहले दो विषाणु विज्ञान संस्थानों - मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी और केरल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी एंड इंफेक्शियस डिजीज में रक्त के नमूनों की जांच की गई थी। जानिए इस खतरनाक वायरस से जुड़ी 6 खास बातें...
- 2018 में भी इस खतरनाक वायरस ने केरल में 17 लोगों की जान ले ली थी।
- पश्चिम बंगाल में स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। करीब 19 साल पहले इस महामारी की वजह से वहां पांच दर्जन से ज्यादा लोगों की जान गई थी।
- निपाह वायरस से ग्रस्त लोगों से स्वस्थ व्यक्ति को दूर रहना चाहिए। यह बीमार व्यक्ति के लार से फैल सकता है। यह बहुत आसानी से जानवरों से इंसानों में फैल सकता है। अस्पतालों में यह इंसान से इंसानों में फैल सकता है।
- अगर यह पता चलता है कि कोई निपाह वायरस से बीमार हुआ है तो उसे अस्पताल में तत्काल भर्ती कराया जाना चाहिए। यह तेज़ी से उभरता वायरस है, जो जानवरों और इंसानों में गंभीर बीमारी को जन्म देता है।
- 1998 में मलेशिया के कम्पंग सुंगाई निपाह से पता चला था। वहीं से इस वायरस को ये नाम मिला। उस वक्त इस बीमारी के वाहक सूअर बनते थे।
- सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक निपाह वायरस का इंफेक्शन एंसेफ्लाइटिस से जुड़ा है, जिसमें दिमाग को नुकसान होता है।