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Last Modified: गुरुवार, 12 अक्टूबर 2023 (00:18 IST)

प्रतिबंधित PFI के खिलाफ 6 राज्यों में NIA की छापेमारी

National Investigation Agency
NIA raids in six state : राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक वर्ष पहले बिहार दौरे के दौरान गड़बड़ी उत्पन्न करने से संबंधित एक मामले के सिलसिले में बुधवार को प्रतिबंधित संगठन 'पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया' (पीएफआई) के खिलाफ 6 राज्यों में 20 स्थानों पर छापे मारे।
 
यह जानकारी अधिकारियों ने दी। एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि एजेंसी ने राष्ट्रीय राजधानी के फजलपुर, शाहीन बाग, ओखला और चांदनी चौक समेत 20 अलग-अलग स्थानों पर व्यापक तलाशी अभियान चलाया।
 
उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश के भोपाल, महाराष्ट्र के ठाणे और मुंबई, राजस्थान के टोंक व गंगापुर और उत्तर प्रदेश के लखनऊ, सिद्धार्थनगर, संत रविदास नगर, कानपुर और गोरखपुर में भी छापे मारे गए। प्रवक्ता ने कहा कि इसके अलावा मदुरै में भी छापेमारी की गई।
 
उन्होंने कहा कि तलाशी के दौरान कई महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं, जिसमें लैपटॉप, मोबाइल फोन, सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड, पेन ड्राइव और हार्ड डिस्क जैसे विभिन्न डिजिटल उपकरण शामिल हैं। प्रवक्ता ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।
 
अधिकारियों ने बताया कि एनआईए ने जुलाई 2022 में प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के दौरान गड़बड़ी उत्पन्न करने के लिए आपराधिक साजिश रचने को लेकर ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पीएफआई) के सदस्यों के खिलाफ पटना के फुलवारी शरीफ पुलिस थाने में दर्ज मामले की जांच अपने हाथ में ले ली थी। सितंबर 2022 में, सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर उसकी कथित आतंकी गतिविधियों के लिए प्रतिबंध लगा दिया था।

छापेमारी के दौरान व्यक्ति ने 6 घंटे तक नहीं खोला घर का दरवाजा : प्रतिबंधित संगठन पीएफआई से संबंधित एक मामले में छापेमारी कर रही एनआईए की टीम को बुधवार को उपनगरीय विक्रोली में एक व्यक्ति के आवास के बाहर छह घंटे तक इंतजार करना पड़ा क्योंकि उसने घर का दरवाजा नहीं खोला। यह व्यक्ति ग्यारह जुलाई 2006 को मुंबई में विभिन्न लोकल ट्रेन में हुए विस्फोटों के मामले में भी आरोपी रहा था। हालांकि अदालत ने उसे बरी कर दिया था। 
 
उन्होंने कहा, एनआईए की एक टीम मुंबई पुलिस के साथ सुबह करीब पांच बजे विक्रोली के पार्कसाइट में एक चॉल में स्थित अब्दुल वाहिद शेख के आवास पर पहुंची, जो पहले 7/11 मुंबई ट्रेन विस्फोट मामले में आरोपी था। लेकिन शेख ने छह घंटे से अधिक समय तक दरवाजा नहीं खोला और अधिकारी बाहर इंतजार करते रहे।
 
अधिकारी ने कहा कि घर के अंदर से शेख ने एनआईए से तलाशी वारंट की मांग की। उन्होंने कहा कि शेख ने अपने वकील और कुछ स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं के मौके पर पहुंचने के बाद पूर्वाह्न करीब 11:15 बजे दरवाजा खोला। अधिकारी ने कहा, तब एनआईए की टीम उसके आवास में दाखिल हुई और पीएफआई से संबंधित मामले में पूछताछ शुरू की।
 
उन्होंने बताया कि शेख के आवास के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। केंद्रीय एजेंसी ने शेख के घर पर पांच घंटे से अधिक समय तक तलाशी अभियान चलाया। शेख ने पहले व्हाट्सऐप पर एक वीडियो संदेश पोस्ट किया था, जिसमें कहा गया कि पुलिस और कुछ लोग सुबह पांच बजे से उसके घर के बाहर एकत्र हैं।
 
उसने दावा किया, वे मेरे घर में घुसना चाहते हैं, उन्होंने एक दरवाजा भी तोड़ दिया और मेरे घर का सीसीटीवी कैमरा भी क्षतिग्रस्त कर दिया। वे मुझे मामले या किसी प्राथमिकी से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं दिखा रहे हैं। तलाशी अभियान और पूछताछ के बाद एनआईए की टीम शाम करीब साढ़े चार बजे शेख के आवास से निकली।
 
इसके बाद, शेख ने घर के बाहर कहा, मैंने अभियान के दौरान एनआईए टीम के साथ सहयोग किया। मेरा पीएफआई से कोई संबंध नहीं है और एनआईए टीम को मेरे आवास से कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। शेख ने कहा, एनआईए मुझे झूठे मामले में न फंसाए, इसलिए मैंने अपने वकीलों को बुलाया और उन्होंने मुझसे जो भी करने को कहा, मैंने वह किया, मैं सावधानी बरत रहा हूं ताकि मुझे झूठे मामले में न फंसाया जाए, जैसा कि पहले हुआ था।
Edited By : Chetan Gour (एजेंसियां)
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