सुकमा में नक्सलियों से मुठभेड़ पर सनसनीखेज जानकारी..(सुनें ऑडियो)
पिछले दिनों में छत्तीसगढ़ के सुकमा में सीआरपीएफ और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद एक सनसनीखेज ऑडियो वायरल हुआ है। यह वीडियो सीआरपीएफ के ही एक जवान का बताया जा रहा है, जिसमें उसने एसपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं और जवानों की मौत के लिए एसपी को जिम्मेदार ठहराया है।
गौरतलब है कि सुकमा के किस्टाराम में हुई इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ के 9 जवान शहीद हुए थे। इस ऑडियो में कितनी सच्चाई है, यह जांच का विषय है, लेकिन बस्तर डीआईजी सुंदरराज पी. ने कहा है कि ऑडियो की जांच के बाद ही कुछ कह सकेंगे। अक्सर फोर्स को बदनाम करने के लिए इस तरह के ऑडियो वायरल होते रहते हैं।
इस वीडियो में सीआरपीएफ का एक कथित जवान अपने सीनियर को घटना की जानकारी देते हुए बता रहा है कि करीब 200 नक्सलियों ने तगड़ा एम्बुश लगा रखा था। इसके बावजूद सुकमा एसपी ने जवानों से कहा कि मेरी रिस्क पर चलो और ये घटना घट गई।
कथित जवान की मानें तो बाइक पर गश्त में निकले जवानों की नक्सलियों से पहले ही मुठभेड़ हो चुकी थी और उन्होंने नक्सलियों के बड़े एम्बुश को देख लिया था। जवानों की फायरिंग में एक नक्सली मारा भी गया था, जिसके बाद जवान कैम्प में लौट आए थे। लेकिन कुछ ही देर बाद हेलीकॉप्टर से सुकमा एसपी किस्टाराम कैम्प पहुंचे।
पुलिस अधीक्षक के कैम्प पहुंचते ही जवानों और कैम्प के कमांडेंट ने गश्त पर निकलने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि नक्सलियों ने बड़ा एम्बुश लगा रखा है, जिस पर एसपी ने सभी जवानों को कहा कि 'मेरी रिस्क पर चलो, मैं बोल रहा हूं, जिसके बाद जवान दो एंटी लैंडमाइन व्हीकल लेकर गश्त पर निकल गए और एम्बुश लगाए नक्सलियों ने इसमें से एक वाहन को उड़ा दिया।
इस ऑडियो की पुष्टि अब तक नहीं हो सकी है। साथ ही बस्तर के किसी अधिकारी ने अब तक इस ऑडियो के बारे में कुछ नहीं कहा है। हालांकि बस्तर डीआईजी सुंदरराज पी. ने कहा है कि ऑडियो की जांच के बाद ही कुछ कह सकेंगे।
आमतौर पर फोर्स को बदनाम करने के लिए इस तरह के ऑडियो वायरल होते रहते हैं। गौरतलब है कि घटना के बाद गश्त के दौरान सीआरपीएफ 212 बटालियन के जवानों को घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर निर्माणाधीन सड़क के नीचे ये दोनों बारूदी सुरंगें मिली थीं।