शुक्रवार, 20 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Mumbai's Powai Lake overflow due to heavy rains
Written By
Last Updated : रविवार, 13 जून 2021 (00:55 IST)

Weather Update : भारी बारिश से मुंबई की पवई झील ओवरफ्लो, मप्र के कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट

Weather Update : भारी बारिश से मुंबई की पवई झील ओवरफ्लो, मप्र के कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट - Mumbai's Powai Lake overflow due to heavy rains
मुंबई/ भोपाल/ जयपुर। मुंबई और आसपास के इलाकों में गत कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से पूर्वी 
उपनगर स्थित पवई झील शनिवार दोपहर को भर गई और पानी बाहर बहने लगा। दूसरी ओर, मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, वहीं राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी बारिश का अनुमान  व्यक्त किया गया है।

बृह्नमुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के अधिकारी ने बताया कि पवई झील की क्षमता 545 करोड़ लीटर है और इसका पानी औद्योगिक इकाइयों में इस्तेमाल होता है और इसका पानी मीठी नदी में बहता है। पिछले साल पांच जुलाई को पवई झील पूरी तरह से मानसूनी बारिश के भरी थी।

नगर निकाय ने बताया कि जब झील भरती है तो पानी करीब 2.23 वर्ग किलोमीटर इलाके में होता है, लेकिन इसका जलग्रहण क्षेत्र 6.61 वर्ग किलोमीटर है। मुंबई में पिछले कई दिनों से भारी बारिश हो रही है और भारत  के मौसम विभाग (आईएमडी) ने रविवार तक के लिए मुंबई में ‘रेड अलर्ट’ और सोमवार (14 जून) के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है।

आईएमडी के पूर्वानुमान के बाद बीएमसी ने भी अगले दो दिनों तक भारी बारिश की संभावना के चलते सभी  एजेंसियों के लिए ‘हाई अलर्ट’ जारी किया है। गौरतलब है कि मुंबई को सात जलाशयों भात्सा, ऊपरी वैतरणा, मध्य वैतरणा, तन्सा, मोदक सागर, विहार और तुलसी से 385 करोड़ लीटर पानी की आपूर्ति होती है।

रायगढ़ में जोरदार बारिश : महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में शनिवार सुबह से पहले के 24 घंटे में औसत 54  मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जहां म्हासला में सबसे ज्यादा 100 मिलीमीटर बारिश हुई। अधिकारी ने बताया  कि जिला प्रशासन ने लोगों को भारी बारिश की चेतावनी देते हुए रेड अलर्ट जारी कर दिया है।

पिछले साल जिले में 12 जून तक औसत बारिश 238 मिलीमीटर हुई थी, जबकि इस साल यह 311 मिलीमीटर 
के स्तर पर पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि श्रीवर्धन तालुका में जहां पिछले 24 घंटे में 80 मिलीमीटर वर्षा हुई, वहीं उरण में 76 मिलीमीटर, मुरुड में 71 मिलीमीटर और माथेरन पर्वतीय क्षेत्र में 56 मिलीमीटर बारिश हुई है।

मध्यप्रदेश ऑरेंज अलर्ट : मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पूर्वी मध्यप्रदेश के जबलपुर, शहडोल सहित छह 
जिलों में गरज, बिजली और भारी वर्षा होने का संभावना व्यक्त करते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, विदिशा, होशंगाबाद सहित आठ जिलों में गरज, बिजली के साथ तेज बारिश होने के अनुमान के साथ यलो अलर्ट जारी किया गया है।

आईएमडी ने कहा कि अगले 24 घंटों में दक्षिण पश्चिम मानसून के राज्य में आगे बढ़ने की उम्मीद है। आईएमडी ने एक अन्य यलो अलर्ट में प्रदेश के इन्दौर, ग्वालियर और चंबल सहित पांच संभागों में अलग-अलग स्थानों पर बिजली, व गरज के साथ बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। मौसम विभाग ने भोपाल सहित 10 जिलों में भी इसी तरह का मौसम रहने का अनुमान व्यक्त किया है। आईएमडी कहा कि ये तीन अलर्ट रविवार सुबह तक के लिए वैध हैं।

राजस्थान के कई हिस्सों में बारिश का अनुमान : राजस्थान के अनेक इलाकों में तेज गर्मी के दौर के बीच मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटे में राज्य के कई हिस्सों में बारिश व तेज अंधड़ का अनुमान व्यक्त किया है। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार 13-14 जून के दौरान राज्य के उत्तरी भागों व भरतपुर, कोटा व जयपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं आंधी के साथ बारिश की संभावना है।

वहीं राज्य के बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चुरू जिलों में शनिवार दोपहर के बाद 40- 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी आ सकती है व मेघगर्जन के साथ कहीं हल्की बारिश की संभावना है। वहीं 15-16 जून को आंधी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी।

इसके तहत जोधपुर व बीकानेर संभाग में 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज अंधड़ आ सकता है व बारिश की संभावना है। वहीं जयपुर, अजमेर, कोटा व भरतपुर संभाग में भी कुछ स्थानों पर आंधी-बारिश होगी। इस बीच राज्य में तेज गर्मी का दौर जारी है तथा ज्यादातर हिस्सों में अधिकतम तापमान 40 से 44 डिग्री  सेल्सियस के बीच बना हुआ है।

लू चलने की संभावना नहीं : आईएमडी ने शनिवार को बताया कि अगले 5 दिनों में लू चलने की कोई आशंका नहीं है। शनिवार को अधिकतम तापमान पश्चिमी राजस्थान के गंगानगर में 44.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम एजेंसी ने एक बुलेटिन में बताया कि अगले 5 दिन के दौरान देश के किसी भी हिस्से में लू चलने  जैसी परिस्थिति नहीं है।
ये भी पढ़ें
क्या कोरोना वायरस है चीन का घातक जैविक हथियार, 40 साल पहले छपी किताब में छुपा है राज...