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Last Modified: नई दिल्ली , रविवार, 24 अगस्त 2025 (09:57 IST)

मोदी सरकार के दांव में उलझी कांग्रेस, क्या इन 3 दलों की तरह बनाएगी JPC से दूरी?

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Opposition Politics on JPC : मोदी सरकार के प्रस्ताव पर पीएम सीएम हटाने वाले बिल समेत 3 बिलों को जेपीसी के पास भेज दिया गया है। सरकार के इस दांव से विपक्ष में फूट पड़ती नजर आ रही है। ममता बनर्जी की टीएमसी, अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और अरविंद केजरीवाल की आप ने जेपीसी में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। ऐसे में कांग्रेस पर भी संयुक्त संसदीय समिति से दूरी बढ़ाने का दबाव बढ़ गया है।
 
सबसे पहले टीएमसी ने जेपीसी से दूरी बनाई। इसके बाद समाजवादी पार्टी और आप ने भी जेपीसी में शामिल नहीं होने का फैसला किया। अब कांग्रेस पर सभी की नजरें हैं। कांग्रेसी सांसद अब तक JPC का हिस्सा बनते रहे हैं। पार्टी नेतृत्व विपक्ष की एकता को प्राथमिकता देगा या फिर अपनी पुरानी लाइन पर टिका रहेगा।
 
कांग्रेस के साथ ही शरद पवार की एनसीपी, उद्धव ठाकरे की शिवसेना, तेजस्वी यादव की राजद समेत अन्य विपक्षी दलों पर भी सभी की नजरें टिक गई है। ALSO READ: कौन है देश का सबसे अमीर CM, जानिए चन्द्रबाबू नायडू, ममता बनर्जी, योगी आदित्यनाथ और उमर अब्दुल्ला के पास कितनी संपत्ति
 
इस बीच केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि इस हफ्ते की शुरुआत में संसद में पेश किए गए संविधान संशोधन बिल से प्रधानमंत्री को बाहर रखने की सिफारिश की गई थी। लेकिन उन्होंने इस पर खुद ही असहमति जता दी और कहा कि प्रधानमंत्री भी नागरिक है और उन्हें स्पेशल प्रोटेक्शन नहीं मिलना चाहिए। ALSO READ: किरेन रिजिजू का बड़ा खुलासा, पीएम मोदी ने क्यों किया स्पेशल प्रोटेक्शन लेने से इनकार?

गौरतलब है कि मोदी सरकार द्वार संसद में पेश किए गए एक संविधान संशोधन बिल में 5 साल की जेल की सजा पाए या 30 दिनों तक हिरासत में रखे गए मंत्रियों को पद से स्वत: बर्खास्त करने की व्यवस्था की गई है। इसमें प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और केंद्र और राज्यों से जुड़े सभी मंत्री शामिल है। इस बिल से विपक्ष खासा नाराज है।
 
केंद्र की तरफ से केंद्र शासित प्रदेश सरकार (संशोधन) विधेयक, 2025, संविधान (130वाँ संशोधन) विधेयक, 2025, और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2025 पेश किए गए थे। लेकिन विपक्ष के भारी हंगामे के बीच बिल को जेपीसी के पास भेज दिया गया। 
edited by :Nrapenrda Gupta 
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