ये 140 करोड़ लोगों का देश है, सोच समझकर बोलना मोहम्मद युनूस, ममता दीदी की बांग्लादेश को चेतावनी
बांग्लादेश में जारी अशांति और वहां के कट्टरपंथी तत्वों और बीएनपी नेताओं की ओर से भारत को लगातार धमकियां दी जा रही हैं। इस बीच बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को पलटवार करते हुए कड़ा संदेश दे डाला है।
विधानसभा में बोलते हुए ममता ने सख्त लहजे में कहा कि किसी में हिम्मत नहीं है कि बंगाल, बिहार और ओडिशा पर कब्जा कर ले और हम बैठकर लॉलीपाप खाए। ये कभी संभव नहीं है। ममता ने कहा कि किसी भी अफवाह पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। उन्होंने आगे कहा, भारत अखंड है। किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। हमलोग सब मिलकर एक दूसरे की रक्षा करेंगे।
हिंदुओं पर अत्याचार बंद हो : इस पूरे मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जो जवाब दिया है, उसकी चर्चा हो रही है। बता दें कि ममता बनर्जी सोमवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में भाषण दे रही थीं। इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले की निंदा की और सभी समुदायों से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह के उकसावे की कार्रवाई नहीं करने की अपील।
मोहम्मद युनूस को दिखाई जगह : बता दें कि ममता ने अपने इस भाषण में बांग्लादेश के पीएम मोहम्मद युनूस को उनकी जगह दिखाने का काम किया है। उन्होंने बीएमपी पार्टी के उस बयान पर कटाक्ष किया, जिसमें उन्होंने बिहार और पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश का हिस्सा बनाने की बात कही थी। उन्होंने कहा- जब कोई बाहरी ताकत हमारी जमीन हथियाने की कोशिश करेगी तो क्या भारतीय बैठे रहेंगे और लॉलीपॉप खा रहे होंगे? इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शांत रहिए, स्वस्थ रहिए और दिमाग में शांति बनाए रखिए। बता दें कि ममता ने अपनी पार्टी के नेताओं से भी कहा कि बांग्लादेश को लेकर कोई भी बिना वजह बयान न दें। लोग इसकी आड़ में दंगे की साजिश कर सकते हैं, इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है।
जरा ध्यान से, यह सबसे बड़ा लोकतंत्र है : ममता बनर्जी जो कि दीदी के तौर पर भी जानी जाती हैं, ने अपने बयान से बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के मुखिया प्रोफेसर यूनुस को उनकी औकात दिखा दी है। उन्होंने बता दिया है कि भारत में लोग कैसे रहते हैं। हम भारतीय विचारों के स्तर पर भले ही एक दूसरे का विरोध करते हैं, लेकिन जब राष्ट्र की बात आती है तो हम सब एकजुट हैं। प्रोफेसर यूनुस भारत के बारे में दिमाग में कोई गलत ख्याल लाने से पहले एक हजार बार सोचिएगा। यह 140 करोड़ भारतीयों का दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यहां पीएम मोदी और ममता बनर्जी की पार्टी भले ही अलग है, लेकिन वे एक दूसरे का बेहद सम्मान करते हैं। वे एक दूसरे को तोहफे भेजते हैं और राष्ट्र पर आंच की बात आते ही एकजुट हो जाते हैं।
Edited by Navin Rangiyal