अब केवल मेहुल चोकसी, नीरव मोदी, विजय माल्या का भाजपा में शामिल होना बाकी
Maharashtra politics news : महाराष्ट्र NCP में जारी राजनीतिक घमासान के बीच शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के मुखपत्र सामना में महाराष्ट्र सरकार में तंज कसा। पार्टी में कहा गया कि अब केवल आर्थिक अपराधी मेहुल चोकसी, नीरव मोदी और विजय माल्या का भाजपा में शामिल होना बाकी है।
सामना में महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य को वन (डाउट) फुल एंड टू हाफ' फिल्म करार दिया गया। इसका प्रत्यक्ष तौर पर इशारा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा दो उप मुख्यमंत्रियों देवेन्द्र फडणवीस तथा अजित पवार की ओर था।
NCP नेता अजित पवार के महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के कुछ दिन बाद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने बुधवार को तंज किया कि अब केवल कथित आर्थिक अपराधी मेहुल चोकसी, नीरव मोदी और विजय माल्या का भाजपा में शामिल होना बाकी है।
सामना का संपादकीय में दावा किया गया कि राकांपा के घटनाक्रम के पीछे दिल्ली में मौजूद महाशक्ति का हाथ है। इसमें कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में स्पष्ट किया है कि किसी पार्टी का एक विधायक दल पार्टी और उसके चुनाव चिह्न पर दावा नहीं कर सकता।
सामना में कहा गया कि भ्रष्टाचार, नैतिकता और लूट पर बात करने का भाजपा के पास कोई आधार नहीं है। भाजपा ने जो महाराष्ट्र में किया उसके लिए उसका मजाक उड़ाया जा रहा है। पार्टी को अब केवल मेहुल चोकसी, नीरव मोदी और विजय माल्या को शामिल करना बाकी है। एक को पार्टी का राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बनाया जाएगा, दूसरे को नीति आयोग में नियुक्त किया जाएगा और तीसरे को भारतीय रिजर्व बैंक का गवर्नर बनाया जाएगा।
आरोप हैं कि मेहुल चोकसी, नीरव मोदी और विजय माल्या ने अपनी कंपनियों के जरिए धन की हेरा फेरी करके सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ धोखाधड़ी की जिससे बैंकों को करोड़ों रुपए का नुकसान पहुंचा है।
संपादकीय में कहा गया है कि 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले फडणवीस ने दावा किया था कि अजित पवार सिंचाई घोटाले के आरोप में जेल जाएंगे, लेकिल राकांपा नेता ने उनकी मौजूदगी में ही रविवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
मराठी समाचारपत्र में कहा गया कि विभागों के बंटवारे (नए मंत्रियों को) के बारे में चर्चा मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास वर्षा में होनी चाहिए, लेकिन यह हुआ फडणवीस के आवास सागर में। इसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री शिंदे के लिए बहुत ही खराब हालात हैं।
Edited by : Nrapendra Gupta