Weather Update: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून (southwest monsoon) समय से पहले दस्तक दे चुका है और इसके प्रभाव से केरल से लेकर महाराष्ट्र तथा गोवा तक मूसलधार बारिश (torrential rain) हो रही है। आईएमडी का अब बंगाल की खाड़ी को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। मानसून (monsoon) ने समय से पहले ही दस्तक दे दी है और इसके प्रभाव से मूसलधार बारिश हो रही है। इस बारिश की वजह से वजह से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सड़क से लेकर घरों तक में बरसात का पानी घुस गया है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट से लेकर एयर ट्रैफिक तक पर इसका असर पड़ा है। दूसरी ओर इन सबके बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस बार मानसून के दौरान सामान्य से ज्यादा बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है।
आईएमडी के अनुसार बंगाल की खाड़ी में नया लो प्रेशर डेवलप हुआ है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार अगले 36 से 48 घंटों में यह और मजबूत होगा। यह धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ेगा और अपना असर दिखाना शु्रू करेगा, वहीं उत्तर-पश्चिम भारत में 29 मई से एक नया पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। इसके चलते तेज हवा के साथ बारिश होने का पूर्वानुमान जताया गया है।
दक्षिण पश्चिम मानसून लगातार नए-नए इलाकों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। इससे खासकर केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गोवा प्रभावित हुए हैं। इन राज्यों के विभिन्न हिस्सों में लगातार मूसलधार बारिश हो रही है। मौसम विभाग की मानें तो कई इलाकों में तेज से बहुत तेज बारिश होने की संभावना लगातार बनी हुई है। 2 जून तक केरल और माहे, तटीय कर्नाटक में कुछ स्थानों पर तथा दक्षिण कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर तथा 30 मई तक के दौरान उत्तर कर्नाटक में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ-साथ आंधी, बिजली और 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है। केरल में मई तक कुछ जगहों पर तेज से बहुत तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है।
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केरल, कर्नाटक, तटीय महाराष्ट्र और गोवा में भारी वर्षा की संभावना : पश्चिमी तट (केरल, कर्नाटक, तटीय महाराष्ट्र और गोवा) पर अगले 6-7 दिनों के दौरान भारी से बहुत भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है। केरल में 30 मई तक और कोंकण, मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों, कर्नाटक के तटीय और घाट क्षेत्रों, तमिलनाडु के घाट क्षेत्रों में अत्यंत भारी वर्षा होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर सिस्टम के पश्चिम की ओर बढ़ने के साथ ही दक्षिण-पश्चिम मानसून के प्रभाव से ओडिशा, दक्षिण छत्तीसगढ़ और उत्तर तटीय आंध्रप्रदेश में प्री-मानसूनी गतिविधियां तेज होंगी।
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने अनेक राज्यों में दस्तक दी : दक्षिण-पश्चिम मानसून ने गत 26 मई से और आगे बढ़ते हुए मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, महाराष्ट्र (मुंबई सहित), कर्नाटक (बेंगलुरु सहित), शेष तमिलनाडु, तेलंगाना के कुछ हिस्सों और आंध्रप्रदेश में दस्तक दे दी है। इसके अलावा मानसून ने बंगाल की खाड़ी के मध्य और उत्तर-पश्चिम हिस्सों, मिजोरम के शेष भागों, त्रिपुरा, मणिपुर, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, असम के कुछ हिस्सों और मेघालय के कुछ क्षेत्रों को भी कवर कर लिया है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून के लिए स्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। आगामी 2 से 3 दिनों में यह मानसून मध्य अरब सागर के शेष भागों, महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों, कर्नाटक के शेष भागों, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, उत्तर बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, समूचे पूर्वोत्तर भारत, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों तक पहुंच सकता है।
वर्तमान मौसमी प्रणाली : उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में ओडिशा तट के पास बना कम दबाव क्षेत्र अब भी सक्रिय है। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किमी ऊंचाई तक फैला है और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। अगले 24 घंटों में इसके और मजबूत होने की संभावना है। दक्षिण मराठवाड़ा और पूर्वी विदर्भ के पास एक चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है। पश्चिम मध्यप्रदेश के मध्य भागों पर भी एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा दक्षिण-पूर्व राजस्थान से उत्तर छत्तीसगढ़ तक फैली है, जो पश्चिम मध्यप्रदेश के परिसंचरण से होकर गुजरती है। उत्तर-पूर्व असम पर एक और चक्रवाती परिसंचरण स्थित है। उत्तर कोंकण और उससे सटे पूर्वी मध्य अरब सागर पर भी चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र सक्रिय है।
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पिछले 24 घंटों की देशभर में हुई मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटे के दौरान कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तेलंगाना, मध्यप्रदेश के कुछ भाग, तटीय कर्नाटक, केरल, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर और दक्षिण गुजरात के कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश हुई है। लक्षद्वीप, दक्षिण तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार, तटीय आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़, गंगा बंगाल, पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों और झारखंड में हल्की से मध्यम बारिश हुई। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश के तराई क्षेत्र, बिहार, सब हिमालयन पश्चिम बंगाल, रायलसीमा, तमिलनाडु और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में हल्की बारिश हुई, वहीं पश्चिम राजस्थान के कुछ स्थानों पर हीटवेव (लू) चली। इसके साथ ही राजस्थान के कुछ हिस्सों में धूलभरी आंधी आई।
आज गुरुवार के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymetweather) के अनुसार आज गुरुवार, 29 मई को दक्षिण कोंकण और गोवा तथा तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी वर्षा के साथ कुछ स्थानों पर बहुत भारी वर्षा हो सकती है। केरल, तेलंगाना, दक्षिण छत्तीसगढ़, तटीय आंध्रप्रदेश, दक्षिण ओडिशा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मणिपुर और मिजोरम में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इनमें से कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। विशेषकर 29 मई से पूर्वोत्तर राज्यों जैसे नगालैंड, मणिपुर और मिजोरम में वर्षा की तीव्रता बढ़ने की संभावना है।
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कई राज्यों तक पहुंचेगा मानसून, दिखाई देगा भारी बारिश कहर : इसके अलावा ओडिशा, उत्तर छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, मराठवाड़ा, दक्षिण-पश्चिम मध्यप्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल, पूर्वी गुजरात और दक्षिण-पूर्व राजस्थान के हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में भी हल्की बारिश हो सकती है, वहीं बिहार, उत्तरप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश, धूलभरी आंधी और तेज हवाएं चल सकती हैं। पश्चिमी राजस्थान के कुछ इलाकों में लू चलने की संभावना भी बनी हुई है।(Photo courtesy: IMD)
Edited by: Ravindra Gupta