सोनीपत में 4 खालिस्तानी आतंकी गिरफ्तार, AK-47 समेत हथियारों का जखीरा बरामद
हरियाणा पुलिस की अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) ने सोनीपत जिले में 'खालिस्तान' आतंकवादी ग्रुप से जुड़े होने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से बड़ी मात्रा में अवैध हथियार बरामद किए हैं। ये सभी हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले हैं।
इनके पास से एक ऑटोमेटिक एके-47, चार विदेशी पिस्टल, एक देशी पिस्टल और 56 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुनील उर्फ पहलवान, जतिन और सागर उर्फ बिन्नी निवासी जूना और सुरेंद्र उर्फ सोनू निवासी मलहमाजरा हाल सोनीपत के राजपुर निवासी के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि ये चारों पंजाब और अन्य स्थानों पर निशाना बनाकर हत्याएं करने की योजना बना रहे थे। ये आरोपी सोशल मीडिया के जरिए खालिस्तान टाइगर फोर्स और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के संपर्क में थे।
सोनीपत पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने बताया कि हरियाणा पुलिस को पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियों से संदिग्धों के बारे में कुछ जानकारी मिली थी, जो सोनीपत के रहने वाले हैं और उनका पिछला आपराधिक रिकॉर्ड है।
उन्होंने कहा कि खालिस्तान समर्थक आतंकवादी समूह इन लोगों का इस्तेमाल कर पंजाब और अन्य जगहों पर निशाना बनाकर हत्याओं को अंजाम देने और आतंक का माहौल कायम करना चाहते थे।
हरियाणा पुलिस के एक प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि सीआईए की टीम को सागर के खालिस्तानी आतंकवादियों से संबंध और उसके घर पर भारी मात्रा में अवैध हथियारों की मौजूदगी के संबंध में गुप्त सूचना मिली थी।
इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम हरकत में आई और आरोपियों को सोनीपत जिले के जुआन गांव से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ मोहना थाने में अवैध गतिविधियों व आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
प्रवक्ता ने आगे कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि ये अवैध हथियार खालिस्तानी आतंकवादियों द्वारा प्रदान किए गए थे, साथ ही लाखों रुपये उनके बैंक खातों में जमा किए गए थे। इसके अलावा, वे खालिस्तान टाइगर फोर्स, इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के प्रमुख नेताओं - गुरजंत सिंह उर्फ जनता ऑस्ट्रेलिया और अर्शदीप सिंह डाला, हरदीप सिंह निज्जर के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़े हुए थे।
आरोपियों ने पंजाब के उधमपुर कलां गांव में खालिस्तान समर्थक आतंकियों के इशारे पर अवतार सिंह नाम के शख्स की हत्या करने की बात स्वीकार की है। आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है। कोर्ट में पेश कर उन्हें पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। मामले में आगे की जांच जारी है।