CM योगी से मिला कमलेश तिवारी का परिवार, हत्यारों के बारे में मिले अहम सुराग
लखनऊ। परिजन व सरकार के बीच हुए समझौते के चलते मुख्यमंत्री आवास पर कमलेश तिवारी की परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस दौरान कमलेश तिवारी की मां, पत्नी और बेटा मौजूद थे।
परिवार ने एक पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा और हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की प्रतिमा लगाने की मांग की। खुर्शीद बाग का नाम बदलकर कमलेश बाग रखने के साथ ही अपराधियों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की।
योगी आदित्यनाथ ने परिवार को भरोसा दिलाया कि उनकी सारी मांगें जल्द पूरी की जाएंगी। परिजनों से मुलाकात के बीच मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह को भी तलब किया।
उनके साथ एसआईटी प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक एसके भगत भी पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने कमलेश तिवारी के परिवार के सामने ही ओपी सिंह से हत्या की जांच की प्रगति का ब्योरा भी लिया और हत्यारों को जल्दी ही पकड़ने का निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद कमलेश तिवारी की पत्नी किरण तिवारी ने पत्रकारों को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आश्वासन दिया है कि मेरे परिवार को न्याय मिलेगा। हमने हत्यारों को मृत्युदंड देने की मांग की और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमें आश्वासन दिया कि उन्हें दंडित किया जाएगा।
इससे पहले कमलेश तिवारी की मां का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वे योगी सरकार ने नाराज नजर आ रही थीं। कमलेश तिवारी की मां कुसुमा ने सीतापुर के महमूदाबाद निवासी भाजपा नेता शिवकुमार गुप्ता पर बेटे की हत्या का आरोप लगाया था।
जमीन विवाद में हुई हत्या : कुसुमा ने कहा था कि जमीन विवाद में शिवकुमार ने उनके बेटे की हत्या कराई है। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। वीडियो में वे कहती हुई दिखाई दे रही हैं कि जिसको चाहो पकड़कर फांसी दे दो यह तो तुम लोगों के बाएं हाथ से काम है। वीडियो में वे चिल्ला-चिल्लाकर कह रही है कि भारतीय जनता पार्टी का नेता शिव कुमार गुप्ता उनके बेटे का हत्यारा है।
पुलिस को मिले अहम सुराग : रविवार को पुलिस ने हिन्दूवादी नेता कमलेश तिवारी के हत्यारों के भगवा रंग के खून लगे कुर्ते समेत कुछ अन्य सामान बरामद किए। पुलिस ने यहां कहा कि कैसरबाग इलाके के होटल खालसा इन के एक कमरे से खून लगे भगवा रंग के कुरते और शेविंग किट समेत कुछ अन्य सामान बरामद किए गए हैं। सामान एक बैग में रखे हुये थे।
होटल के मैनेजर ने कहा कि गुजरात के सूरत से आए दो युवक शेख असफाक हुसैन और पठान मोइनुदीन अपने इसी पहचान-पत्र से होटल में रुके थे। उन्होंने अपना पता पदमावती सोसायटी, अपार्टमेंट नंबर 15 ,सूरत लिखाया था। दोनों वारदात की एक रात पहले रात 11 बजे के आसपास होटल आए थे।
पुलिस के अनुसार 18 अक्टूबर को वारदात को अंजाम देने के बाद होटल आए और कपड़े बदले जिसे आज बरामद किया गया। पुलिस बिजनौर से हिरासत में लिए गए दो मौलानाओं अनवारूल हक और नईम काजमी की भूमिका की भी जांच कर रही है।
दोनों के भाई सूरत में रहते हैं। इनमें अनवारूल हक का आपराधिक रिकॉर्ड भी रहा है। उस पर कई मुकदमे दर्ज हैं। उस पर एक महिला से बलात्कार का भी आरोप है।