राज्यसभा में उठा मुद्दा, सोने के इस्तेमाल में 20 कैरेट की श्रेणी को भी जोड़ा जाए
नई दिल्ली। आभूषणों के निर्माण में सिर्फ 3 श्रेणियों के सोने को शामिल करने के सरकार के फैसले में संशोधन करने की मांग शुक्रवार को राज्यसभा में उठी।
राज्यसभा में भाजपा के सदस्य कैलाश सोनी ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने हाल ही में 14, 18 और 22 कैरेट के सोने से बने आभूषणों की ही बाजार में बिक्री को अनुमति देने का फैसला किया था। उन्होंने कहा कि इन तीनों श्रेणियों का सोना कठोर होने के कारण इससे सिर्फ मशीनों द्वारा ही आभूषण बनाए जा सकते हैं।
सोनी ने कहा कि इसका सीधा असर देश में स्वर्ण आभूषण बनाने वाले लाखों कारीगरों की आजीविका पर पड़ेगा। उन्होंने सभापति के माध्यम से सरकार से हाथ से स्वर्ण आभूषण बनाए जा सकने वाले 20 कैरेट के नरम सोने से बने जेवरों की भी बाजार में बिक्री को अनुमति देने की मांग की।
सोनी ने कहा कि मंत्रालय को गुणवत्ता एवं नियंत्रण विभाग के उक्त आदेश में संशोधन कर 20 कैरेट के सोने की श्रेणी को भी शामिल करना चाहिए। उन्होंने दलील दी कि इससे न सिर्फ लाखों कामगारों की आजीविका को सुरक्षित किया जा सकेगा बल्कि पूरे देश में प्रचलित इस प्राचीन पुश्तैनी कला को भी खत्म होने से बचाया जा सकेगा।
उच्च सदन में विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी दलों के हंगामे के कारण शून्यकाल के दौरान एक ही सदस्य को अपना मुद्दा उठाने का अवसर मिल सका। सभापति एम. वेंकैया नायडू ने हंगामे के कारण सदन की बैठक बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी।