LoC पर पाकिस्तान की भीषण गोलाबारी में 3 नागरिक मारे गए, कस्बों के भीतर गिर रहे तोप के गोले
भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के उपरांत पाक सेना ने एलओसी और इंटरनेशनल बार्डर पर अपने तोपखानों के मुंह भी खोल दिए हैं।
सेना प्रवक्ता ने बताया कि 6-7 मई की रात को जम्मू कश्मीर के सामने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी सेना द्वारा अंधाधुंध गोलीबारी और तोपों से गोलाबारी की गई, जिसमें तीन नागरिकों की जान चली गई। मरने वालों की पहचान मोहम्मद आदिल पुत्र शाईन नूर मौत सगरा मेंढर, सलीम हुसैन पुत्र अल्ताफ हुसैन मृत्यु बालाकोट तहसील मेंढर तथा रूबी कौर पत्नी शल्लू सिंह मोहल्ला सरदारान, मनकोट के तौर पर की गई है।
भारतीय सेना ने कहा कि गोलाबारी अकारण की गई थी और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाकर की गई। सेना द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि "06-07 मई 2025 की रात को, पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के सामने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकियों से तोपों से गोलाबारी सहित मनमानी गोलीबारी की। अंधाधुंध गोलीबारी/गोलाबारी में तीन निर्दोष नागरिकों की जान चली गई। भारतीय सेना आक्रामकता का आनुपातिक तरीके से जवाब दे रही है।
अधिकारियों ने बताया कि पुंछ जिले में पाकिस्तानी गोलाबारी की चपेट में आने से एक अन्य महिला और उसकी बेटी घायल हो गईं, जिनमें से एक की हालत गंभीर है। पुंछ कस्बे के भीतर भी तोप के गोले गिरे हैं।
उन्होंने बताया कि भारतीय हमलों के तुरंत बाद पुंछ के कृष्णा घाटी, शाहपुर और मनकोट, जम्मू क्षेत्र के राजौरी जिले के लाम, मंजाकोट और गंभीर ब्राह्मण तथा उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के करनाह इलाके से सीमा पार से भारी गोलाबारी की खबर मिली।
अधिकारियों ने बताया कि सीमा की रखवाली कर रहे भारतीय सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की और अंतिम रिपोर्ट मिलने तक दोनों पक्षों के बीच सीमा पार से गोलाबारी जारी थी। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी गोलाबारी के कारण लोगों को भूमिगत बंकरों में शरण लेनी पड़ी।
edited by : Nrapendra Gupta