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Last Updated :नई दिल्ली , शुक्रवार, 9 फ़रवरी 2018 (15:53 IST)

सेक्स चैट के बदले देश की खुफिया जानकारी

सेक्स चैट के बदले देश की खुफिया जानकारी - iaf officer leaked info to isi in place of sex chat
नई दिल्ली। हुस्न के 'तथाकथित जाल' में फंसा एक वायुसेना अधिकारी फोन पर सेक्स चैट के लिए अपने देश की खुफिया जानकारी भी दुश्मन को देने के लिए तैयार हो गया। विश्वास नहीं होता है लेकिन वायु सेना में ग्रुप कैप्टन के रूप में तैनात अरुण मारवाह पर यही आरोप है कि उन्होंने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को खुफिया जानकारी एवं दस्तावेज लीक किए हैं। 
 
जांच अधिकारियों को शक है कि मारवाह ने सेक्स चैट के झांसे में आकर जासूसी की और सारी जानकारी सरहद पार पहुंचाई। पुलिस अधिकारियों ने गिरफ्तारी की पुष्टि की और कहा कि वायुसेना के 51 साल के अधिकारी मारवाह पर अपने स्मार्टफोन के जरिए महत्वपूर्ण और खुफिया दस्तावेजों की तस्वीरें खींचीं। मारवाह ने एयरफोर्स मुख्यालय में रखे महत्वपूर्ण दस्तावेजों और इमारत की तस्वीरें खींचकर वॉट्सऐप के जरिए उन्हें पाकिस्तानी जासूस को भेजा। 
 
सूत्रों का कहना है कि 31 जनवरी को संदिग्ध गतिविधियों के आरोप में ग्रुप कैप्टन को हिरासत में लिया गया। मारवाह पिछले साल दिसंबर के महीने में दो फेसबुक अकाउंट किरन रंधावा और महिमा पटेल के संपर्क में आए थे। शुरुआत में कुछ अंतरंग सेक्स चैट के बाद वह महिला को गोपनीय दस्तावेजों की जानकारी देने के लिए तैयार हो गए। 
 
महिला ने खुद को फेसबुक चैट में मॉडलिंग प्रोफेशन से जुड़े होने की जानकारी दी थी। एक हफ्ते के चैट के बाद आरोपी अधिकारी जासूसी के लिए तैयार हो गए। सूत्रों का कहना है कि महिला किरन ने अपनी उम्र 20 साल के करीब बताई। फेसबुक चैटिंग के बाद मारवाह महिला के निजी वीडियो और तस्वीर देखने के लिए बेचैन हो गए। उन्होंने किरन से वॉट्सऐप चैट के लिए कहा। 
 
किरन ने जब सिम कार्ड नहीं होने की बात कही तो उन्होंने खुद सिम कार्ड भी उपलब्ध करवाया। वॉट्सऐप वीडियो चैट के दौरान उन्होंने जासूसी के लिए हामी भर दी। सूत्रों ने बताया कि अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है कि गोपनीय सूचनाएं लीक करने के बदले में आरोपी अधिकारी को पैसे भी दिए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि यह हनीट्रैप का ही मामला है। 
 
आरोपी अधिकारी सेक्स चैट के बदले सूचनाएं देने के लिए राजी हो गए थे। जो दस्तावेज और जानकारी लीक की गई हैं वह एयरफोर्स के ट्रेनिंग और कॉम्बेट ऑपरेशन से ही जुड़े हैं। 'गगनशक्ति' ऐसी ही एक अभ्यास प्रक्रिया है, जिसकी डिटेल आईएसआई के जासूसों को दी गई।' दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में जस्टिस दीपक सहरावत के सामने मारवाह को पेश किया गया। 
 
जहां से उन्हें 5 दिनों की पुलिस रिमांड में भेजा गया। स्पेशल सेल के लोधी रोड स्थित हेडक्वॉर्टर में मारवाह से पूछताछ की जा रही है। आरोप है कि मारवाह को हनीट्रैप के जरिए फंसाया गया और खुफिया जानकारियां निकलवाईं गईं। यह आरोप भी है कि अरुण मारवाह ने वायुसेना की खुफिया जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को दी।
 
ग्रुप कैप्टन मारवाह पर आरोप है कि वो कई महीनों से आईएसआई की महिला एजेंट्स के साथ सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में थे। मारवाह पर यह भी आरोप है कि वे एयरफोर्स हेडक्वार्टर में अपना फोन लेकर जाते थे, जो कि अनाधिकृत फोन था। विदित हो कि एयरफोर्स के अधिकारियों को विशेष फोन दिए जाते हैं जोकि विभाग उन्हें देता है।
 
सेना अधिकारियों को बाहर के सामान्य फोन इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं होती है। माना जा रहा है कि अरुण मारवाह ने इसी फोन के जरिए जानकारी इकट्ठी की और उसे सोशल मीडिया के जरिए आईएसआई के एजेंट को दी।
 
सूत्रों के मुताबिक ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह दिसंबर में त्रिवेंद्रम गए थे। वहां पर उनके फेसबुक मेसेंजर पर एक पुराने एयरफोर्स कर्मी के जरिए किरन रंधावा नाम की एक आईडी से इनवाइट आया। इससे चैटिंग शुरू हुई, वीडियो और फोटो भी शेयर हुए। मारवाह का कहना है कि उन्होंने कुछ गोपनीय दस्तावेज़ मेसेंजर पर ही किरन रंधावा को भेजे। 
 
एक दूसरी आईडी से भी उनके संपर्क थे जिस पर महिमा पटेल लिखा हुआ है, इसे भी दस्तावेज भेजे। अभी तक की पूछताछ में मारवाह ने बताया है कि न तो लड़की से मिला हूं न ही कुछ पैसा लिया। अरुण मारवाह का बेटा भी एयरफोर्स में है।
 
समझा जाता है कि एक आईएसआई एजेंट ने लड़की बनकर ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह से संपर्क किया। दोनों के बीच फोन पर लगातार चैटिंग होने लगी और दोनों एक दूसरे को अश्लील मैसेज भेजते थे। अपने जाल में फंसाने के बाद इस एजेंट ने गोपनीय दस्तावेज की मांग की। आरोप है कि मारवाह ने कुछ गोपनीय दस्तावेज उसे मुहैया करा दिए हैं।
 
कौन-कौन से दस्तावेज आईएसआई एजेंट को मुहैया कराए गए, इसकी जांच हो रही है। एयरफोर्स ने आंतरिक जानकारी के आधार पर जांच के आदेश दिए थे। हनीट्रैप की पुष्टि होने पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मारवाह को गिरफ्तार कर लिया।
 
हनीट्रैप जासूसी का एक तरीका है जिसके आधार पर खुफिया जानकारी हासिल करने के लिए महिलाओं, लड़कियों का इस्तेमाल किया जाता है। खूबसूरत लड़कियों का इस्तेमाल कर किसी शख्स से राज उगलवाए जाते हैं। पहले यह काम लड़कियों, महिलाओं द्वारा सामने आकर व्यक्ति को अपने जाल में फंसा कर किया जाता था लेकिन सोशल मीडिया और इंटरनेट के जमाने में यह काम   वीडियो, तस्वीरों या मैसेज के जरिए किया जाता है।
 
जबकि इसके शिकार होने वाले व्यक्ति को इस बात का अहसास नहीं होता है कि अमुक नाम की महिला या लड़की वास्तव में है भी या नहीं। पुलिस का कहना है कि वायुसेना के ऑफिसर ने सारी गुप्त जानकारी सिर्फ सैक्स चैट के बदले दी है। जांच अधिकारी ने कहा है कि मारवाह के स्मार्ट फोन से उन्हें कुछ आपत्तिजनक बातचीत और तस्वीरें बरामद हुई हैं। विदित हो कि यह पहला मौका नहीं है जबकि सेना अधिकारी को हनीट्रैप किया गया है लेकिन फिर भी ऐसी घटनाएं बार-बार होती हैं।