विधानसभा में वास्तुदोष के चलते विधायकों की हो रही असमय मौत, नेता प्रतिपक्ष ने की अनुष्ठान कराने की मांग
मध्य प्रदेश विधानसभा विधायकों की असमय मौत के लिए विधानसभा का वास्तदोष जिम्मेदार है। यह कहना है नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव का। दो दिन के विशेष सत्र के पहले दिन जौरा से कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा को श्रदांजलि देते हुए गोपाल भार्गव ने कहा कि विधानसभा में कुछ ना कुछ कारण है जिसके वजह से विधायकों की असमय मौत हो रही है। उन्होंने सदन में कहा कि इस भवन के वास्तु पर कई बार बात कर चुके है। कई लोग इसे मानते है ऐसा कुछ है तो दिखवाना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने विधायकों की अव्यवस्थित जीवन शैली की ओर सदन का ध्यान खिंचते हुए कहा कि विधायकों को अपनी दिन चर्चा पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा विधायकों को तनाव से दूर रहने की बात करते हुए कहा कि आपाधापी की जिदंगी में विधायक खुद का ध्यान रखें । वहीं सदन के बाहर मीडिया से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पिछले 15-16 सालों में करीब 32 विधायकों की असमय मौत हो चुकी है। गोपाल भार्गव ने विधानसभा में वास्तुदोष बताते हुए कहा कि काशी से विद्धानों को बुलाकर विधानसभा में विशेष अनुष्ठान कराना चाहिए।
सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने नेता प्रतिपक्ष की बात का समर्थन करते हुए कि उनके समय भी विधायकों ने वास्तुदोष को लेकर आंशका थी। इस दौरान सीताशरण शर्मा ने इस बात को स्वीकारा कि विधानसभा अध्यक्ष रहते हुए वास्तुदोष दूर करने के लिए उनके समय विधानसभा स्पीकर के कक्ष में मामूली परिवर्तन कराया गया था।
वहीं कमलनाथ कैबिनेट के सीनियर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर विधानसभा में वास्तुदोष है तो इस दूर कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले लंबे समय से विधानसभा में लगातार वर्तमान विधायकों की सामान्य या दुर्घटना में मौत हुई है।
मध्य प्रदेश की नई विधानसभा में वास्तुदोष को लेकर लंबे समय से सवाल उठते आए है। पिछले 16 सालों में वर्तमान सदस्यों की असमय मौत से 31 उपचुनाव हो चुके है और अब जौरा से विधायक बनवारी लाल शर्मा के असमय निधन से 32 वां उपचुनाव होगा।