सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने बड़ा बयान जारी करते हुए कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर सरकार को फैसला लेना है। भारतीय सेना सेना हर हालात के लिए तैयार है। खाली सरकार की हरी झंडी का इंतजार है।
अब भारत का ध्यान पाक अधिकृत कश्मीर पर है। आर्टिकल 370 हटाने के बाद से बौखलाए पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दे दिया गया है अब भारत की नजर पीओके पर है। हाल ही मंत्री जितेंद्र सिंह ने पीओके को लेकर बयान जारी किया था जिसके बाद अब सेना प्रमुख बिपिन रावत ने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी है।
जितेंद्र सिंह ने पिछले दिनों बयान जारी कर कहा था कि पाकिस्तान से अब चर्चा सिर्फ पीओके को लेकर होगी, जम्मू-कश्मीर पर नहीं। और 370 की समाप्ति के बाद हमारा अभियान पीओके को भारत में मिलाने का है।
आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद की स्थिति पर सेनाध्यक्ष रावत ने कहा कि कश्मीर के लोगों को समझना चाहिए कि भारत से पूर्णतया जुड़ने में ही भलाई है। धीरे-धीरे वहां के लोगों को यह एहसास तभी होगा, जब वे स्वयं इसका अनुभव करेंगे। कश्मीर के लोग 30 साल तक आतंक को झेलते रहे हैं, अब वे भी देख सकेंगे कि शांतिपूर्ण माहौल में चीजें सही तरीके से कैसे काम करती हैं।
#WATCH Army Chief, General Bipin Rawat on Union Minister Jitendra Singh's statement, “Next agenda is retrieving PoK & making it a part of India”: Govt takes action in such matters. Institutions of the country will work as per the orders of the govt. Army is always ready. pic.twitter.com/RUS0eHhBXB
— ANI (@ANI) September 12, 2019
क्या कहा था जितेन्द्रसिंह ने : केन्द्रीय मंत्री सिंह ने मंगलवार को कहा था कि मोदी सरकार अगला एजेंडा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाना है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिनों की सबसे बड़ी उपलब्धि जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को समाप्त करना है।
सिंह ने पीओके के मुद्दे पर कहा कि यह केवल मेरी या मेरी पार्टी की प्रतिबद्धता नहीं है बल्कि यह 1994 में पीवी नरसिंहराव के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा सर्वसम्मति से पारित संकल्प है।