Udaipur : कन्हैयालाल की हत्या के लिए गहलोत सरकार जिम्मेदार, BJP का आरोप- कांग्रेस के राज में राजस्थान का हो रहा है तालिबानीकरण
नई दिल्ली। भाजपा के नेताओं ने राजस्थान के उदयपुर में 2 व्यक्तियों द्वारा एक दर्जी की कथित तौर पर गला काटने की घटना पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर करारा हमला किया और आरोप लगाया कि उसके शासन में मरुधर प्रदेश तालिबानी राज्य बनने की राह पर है।
ज्ञात हो कि उदयपुर के धान मंडी थानाक्षेत्र में 2 व्यक्तियों ने कन्हैयालाल नामक एक दर्जी की कथित रूप से गला काटकर हत्या कर दी और सोशल मीडिया पर एक वीडियो डालकर कहा कि उन्होंने इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए ऐसा किया।
घटना के बाद रात 8 बजे उदयपुर के 7 थाना क्षेत्रों में अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया गया है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। कथित रूप से दिनदहाड़े हत्या को अंजाम देने वाले दोनों शख्स ने ऑनलाइन वीडियो डालकर इस गुनाह की जिम्मेदारी ली और पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है।
इस घटना के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार को आड़े हाथों लेते हुए भाजपा प्रवक्ता और सांसद राज्यवर्धन राठौड़ ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि कांग्रेस राज में तालिबानी स्टेट बनने की राह पर राजस्थान। कांग्रेस के मुस्लिम तुष्टिकरण ने जेहादियों का दुस्साहस इतना बढ़ा दिया है कि वे खुलेआम हिंदुओं की हत्याएं कर रहे हैं और प्रधानमंत्री तक को धमकी दे रहे हैं। यह अराजकता गहलोत सरकार द्वारा मजहब विशेष के उपद्रवियों को ढील देने का परिणाम है।
उन्होंने इस नृशंस घटना के लिए गहलोत सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि इस सरकार ने करौली दंगा के मुख्य दंगाई को खुला छोड़ा और टोंक में मौलाना ने हिंदुओं की गर्दन उतारने की धमकी दी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि यह हत्यारा भी वीडियो बनाकर नरसंहार की धमकी देता रहा, पर सरकार चुप्पी साधे रही।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आरोप लगाया कि एक सीधे-सादे नागरिक की बर्बरता से हत्या और आरोपियों द्वारा वीडियो बनाकर अपराध स्वीकारना बताता है कि तुष्टिकरण सीमाएं लांघ जाए तो वातावरण खूनी वैमनस्य का शिकार हो जाता है। उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत को अनदेखा किया जिसका वीभत्स परिणाम सामने है।
उन्होंने कहा कि यह वारदात सभ्य समाज को भयग्रस्त करने की साजिश का हिस्सा है। गहलोतजी सपाटबयानी कर पल्ला नहीं झाड़ सकते। उनकी जिम्मेदारी है प्रत्येक नागरिक को सुरक्षित महसूस कराना और उन कारणों पर रोक लगाना जिनसे इस तर्ज के अपराध और अपराधी पनप रहे हैं। अपनी एकांगी नीतियों की वजह से राज्य सरकार वैसे भी कटघरे में खड़ी है।
घटना की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा के सदस्य भूपेंद्र यादव ने कहा कि एक निर्दोष व्यक्ति की नृशंस हत्या दर्शाती है कि अशोक गहलोत के शासन में जंगलराज है। यह तभी होता है जब सरकार तुष्टिकरण को शासन का एक मॉडल बना लेती है। यह स्थिति निंदनीय है।
एक वीडियो क्लिप में एक कथित हमलावर को कहते सुना जा सकता है कि उसने एक आदमी का सर कलम कर दिया है। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए भी धमकी देते हुए कहा कि यह छुरा उन तक भी पहुंचेगा। उसने परोक्ष रूप से नूपुर शर्मा का भी जिक्र किया जिन्हें पैगंबर मोहम्मद पर एक टिप्पणी के मामले में भाजपा से निलंबित किया गया था। टेलर कन्हैयालाल को सोशल मीडिया पर कुछ टिप्पणियां डालने के मामले में स्थानीय पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया था।