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Last Modified: बुधवार, 27 अप्रैल 2022 (19:14 IST)

मोदीजी हमारा गुनाह क्या है, क्यों खटकता है हमारा ही मजहब? लाउडस्पीकर विवाद पर बोले उमर अब्दुल्ला

मोदीजी हमारा गुनाह क्या है, क्यों खटकता है हमारा ही मजहब? लाउडस्पीकर विवाद पर बोले उमर अब्दुल्ला - Electricity cut during Sehri, Iftar deliberate; why ban halal meat, loudspeakers at mosques: Omar Abdullah
श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। अब्दुल्ला ने कहा कि हमारे मज़हब में सियासत के लिए गलत माहौल बनाया जा रहा है। सिर्फ हिजाब की बात नहीं है, हमें कहा जा रहा है कि मस्जिदों में लाउडस्पीकर इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। अगर बाकी जगहों पर लाउडस्पीकर है तो मस्जिद में क्यों नहीं?
अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि शहरी और इफ्तार के समय बिजली काटी जा रही है। अब्दुल्ला ने कहा कि अगर वाकई में बिजली की कमी है तो बाकी के घंटों में बिजली की कटौती करें, लेकिन शहरी और इफ्तार के वक्त बिजली नहीं काटिए। अब्दुल्ला ने कहा कि दिन में 5 बार अजान होती है इसमें गुनाह क्या है? हम नहीं कहते हैं कि मंदिरों में माइक नहीं लगने चाहिए, क्या बाहर मंदिरों में माइक नहीं लगते हैं? क्या गुरुद्वारों में माइक नहीं लगते हैं, लेकिन आपको सिर्फ हमारा माइक खटकता है। 

उमर अब्दुल्ला ने कहा कि आप हमें कहते हो कि हलाल मीट नहीं बिकना चाहिए, क्यों? हमारे मजहब में है कि हमें हलाल मीट खाना है, आप क्यों उस पर रोक लगा रहे हैं। हम आपको मजबूर नहीं कर रहे हैं खाने पर, आप बताइए किस मुसलमान ने किसी गैर मुस्लिम को कहा है कि आपको मजबूरन हलाल खाना है? आप अपने हिसाब से खाइए, हम अपने हिसाब से खाइए। आपको केवल हमारा मजहब खटकता है, हमारे कपड़े पसंद नहीं है, आपको सिर्फ हमारा नमाज पढ़ने का तरीका पसंद नहीं है, बांकियों पर आपको कोई ऐतराज नहीं है।'

उमर अब्दुल्ला ने कहा कि आप हमें कहते हो कि हलाल मीट नहीं बिकना चाहिए, क्यों? हमारे मजहब में है कि हमें हलाल मीट खाना है, आप क्यों उस पर रोक लगा रहे हैं। हम आपको मजबूर नहीं कर रहे हैं खाने पर, आप बताइए किस मुसलवान ने किसी गैर मुस्लिम को कहा है कि आपको मजबूरन हलाल खाना है? आप अपने हिसाब से खाइए, हम अपने हिसाब से खाइए। आपको केवल हमारा मजहब खटकता है, हमारे कपड़े पसंद नहीं है, आपको सिर्फ हमारा नमाज पढ़ने का तरीका पसंद नहीं है, बाकियों पर आपको कोई ऐतराज नहीं है।
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