दिल्ली की एयर क्वालिटी बेहद खतरनाक, 100 फ्लाइट्स देरी से पहुंचीं
Delhi airport news : राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को खराब मौसम में निम्न दृश्यता के कारण दिल्ली हवाई अड्डे पर 15 विमानों का मार्ग परिवर्तित किया गया जबकि 100 से अधिक उड़ानों में देरी हुई। सुबह साढ़े 8 बजे और दोपहर 3 बजे के बीच 15 उड़ानों में से 13 को जयपुर और एक को देहरादून एवं लखनऊ की ओर मोड़ दिया गया।
एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली में खराब मौसम के कारण दृश्यता घट गई जिसके चलते विमानों के परिचालन पर इसका असर पड़ा। एयरइंडिया, स्पाइसजेट और इंडिगो जैसे एयरलाइन ने सोशल मीडिया मंच एक्स के माध्यम से यात्रियों को सूचित किया कि प्रदूषण के उच्च स्तर से जूझ रही राष्ट्रीय राजधानी में निम्न दृश्यता के कारण उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं।
अधिकारी ने बताया कि सुबह साढ़े आठ बजे और दोपहर तीन बजे के बीच 15 उड़ानों में से 13 को जयपुर और एक को देहरादून एवं लखनऊ की ओर मोड़ दिया गया। उन्होंने बताया कि कुछ विमान चालकों को सीएटी-3 परिचालन के लिए प्रशिक्षण नहीं मिला था, जिसके कारण उड़ानों का मार्ग बदलना पड़ा।
मौटे तौर पर सीएटी-3 से प्रशिक्षित विमान चालकों को बहुत कम दृश्यता की स्थिति में विमान उड़ाने या उतारने की अनुमति होती है। दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डीआईएएल) ने एक्स पर सोमवार को तड़के पोस्ट किया, दिल्ली हवाई अड्डे पर कम दृश्यता है। फिलहाल सभी उड़ानों का संचालन सामान्य है।
डीआईएएल, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का संचालन करता है। यहां से प्रतिदिन लगभग 1,400 उड़ानों की आवाजाही होती है। डीआईएएल ने यात्रियों को उड़ान संबंधी अद्यतन जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइंस से संपर्क करने की भी सलाह दी।
एयर इंडिया ने सोमवार दोपहर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, दिल्ली और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में निम्न दृश्यता के कारण आज दिल्ली आने-जाने वाली उड़ानों का परिचालन प्रभावित हो रहा है। मेहमानों को सलाह दी जाती है कि वे हवाई अड्डे के लिए जल्दी निकलें, क्योंकि धीमी यातायात के कारण आपकी यात्रा में देरी हो सकती है।
स्पाइसजेट ने सोमवार तड़के एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि दिल्ली में खराब दृश्यता के कारण उड़ानों के प्रस्थान/आगमन में देरी हो सकती है। इंडिगो ने रविवार देर रात एक पोस्ट में कहा, धुंध के कारण दिल्ली में दृश्यता प्रभावित हो रही है जिसके कारण यातायात की रफ्तार धीमी हो सकती है और विमानों के परिचालन में देरी हो सकती है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour