दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 42 गुना तक बढ़ा, 173 जगहों पर लगी आग
नई दिल्ली। दिल्ली में रविवार रात दिवाली के अवसर पर जमकर आतिशबाजी हुई जिसके चलते प्रदूषण का स्तर सामान्य स्तर से करीब 42 गुना तक बढ़ा हुआ रिकॉर्ड किया गया। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक आंकड़े के मुताबिक दक्षिण दिल्ली के आरके पुरम इलाके में प्रदूषित पीएम (पर्टिकुलर मैटर्स) 10 की मात्रा 42 गुना अधिक दर्ज की गई। बढ़े हुए प्रदुषण की वजह से लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है।
दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी के आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर की तुलना में सितम्बर महीने में हवा में मौजूद पीएम 2.5 की मात्रा दो गुना तक बढ़ चुकी है। सेंटर फॉर साइंस एंड इनवायरमेंट की रिपोर्ट के अनुसार सितम्बर महीने में 23 प्रतिशत दिनों में हवा में प्रदूषण का स्तर खराब स्तर तक व 13 प्रतिशत दिनों में बेहद खराब स्तर तक बढ़ चुका था। जबकि अक्टूबर में 27 प्रतिशत दिनों में प्रदूषण का स्तर खराब स्तर तक दर्ज किया गया। वहीँ 57.7 प्रतिशत दिनों में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब स्तर तक दर्ज किया गया।
आग संबंधित 173 घटनाओं की रिपोर्ट : दमकल विभाग को दिवाली के दिन मामूली आग लगने की 173 कॉल प्राप्त हुईं। आग की इन घटनाओं में तीन लोग जख्मी हुए है। दिल्ली दमकल सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमें रात 10 बजे तक 173 कॉल प्राप्त हुईं और उन सब पर प्रतिक्रिया दी गई। किसी घटना में बड़ा नुकसान या किसी के हताहत होने की रिपोर्ट नहीं है। इन में पटाखो से आग लगने की आठ घटनाएं शामिल हैं जिनमें तीन लोग झुलस गए। उन्हें नजदीकी अस्पताल में दाखिल किया गया है।
अधिकारी ने कहा कि रात आठ बजे से दस बजे के बीच 40 कॉल आई और कोई बड़ी घटना या नुकसान की रिपोर्ट नहीं है। दिल्ली दमकल सेवा के निदेशक जीसी मिश्र ने कहा कि हमने आग से लड़ने वाले अपने अधिकतम उपकरणों को :आग लगने से संबंधित: स्थिति से निपटने के लिए सेवा में लगाया तथा 15,00 कर्मियों को किसी तरह की संभावना घटना से निपटने के लिए तैनात किया। दमकल के 59 स्थायी स्टेशन के अलावा दमकल विभाग ने समूचे शहर में 22 स्थानों पर अस्थायी स्टेशन स्थापित किए जहां से पिछले साल दिवाली के दिन सबसे ज्यादा कॉल प्राप्त हुई थीं। (भाषा)