JNU हिंसा में 3 दिन बाद भी खाली हाथ दिल्ली की हाईटेक पुलिस, गिरफ्त से बाहर नकाबपोश गुंडे
JNU हिंसा के मामले में दिल्ली की हाईटेक पुलिस तीन दिन बाद भी अंधेरे में ही तीर चला रही है, यह तब है जब नकाबपोशों की गुंडागर्दी की तस्वीरें पूरा देश देख रहा है। हिंसा की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और एफएसएल की टीम मंगलवार को जेएनयू कैंपस पहुंची और हमले को लेकर तमाम सबूत जुटाए।
इस बीच तीन दिन बाद भी खाली हाथ रहने वाली दिल्ली पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए अपील जारी करके लोगों से सबूत देने को कहा है। दिल्ली पुलिस ने लोगों से अपील कर मदद मांगते हुए कहा कि 5 जनवरी की हिंसा के जो भी गवाह है या फिर जिसके पास इस हिंसा से जुड़ी कोई जानकारी है वह 7 दिन के अंदर इसके बारे एसआईटी को बता सकते है। इसके साथ ही अपील में पुलिस ने दो नंबर भी जारी कर लोगों से हिंसा के बारे में जानकारी मांगी है।
जेएनयू में जांच के लिए पहुंची क्राइम ब्रांच की टीम ने मंगलवार को सर्वर रूम को देखने के साथ ही हिंसा को लेकर वायरल हुए वीडियो फुटेज और वाट्सअप चैट को लेकर अपनी जांच आगे बढ़ा दी। जांच टीम वायरल वीडियो के सहारे आरोपियों तक पहुंचाने की कोशिश कर रही है। अब तक की जांच में क्रांइम ब्रांच को पूरी हिंसा के पीछे बड़ी साजिश होने के प्रमाण मिले है। वहीं जांच टीम ने घटना को लेकर छात्रों और यूनिवर्सिटी के टीचरों से बात कर हिंसा की पूरी गुत्थी सुलझाने की कोशिश की है।
वहीं जेएनयू हिंसा में शुरु से ही सवालों के घेरे में दिल्ली पुलिस की जांच को लेकर भी सवाल उठने लगे है। पुलिस ने जिस तरह हिंसा से पहले सर्वर रुम में तोड़फोड़ करने के मामले को लेकर जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की है उसके बाद एक वर्ग के छात्रों में काफी रोष है और वह दिल्ली पुलिस पर जानबूझकर जांच प्रभावित करने का आरोप लगा रहे है।
रविवार को जेएनयू में हिंसा को लेकर छात्र संगठन पूरे देश में विरोध प्रदर्शन कर रहे है। जेएनयू में लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। मंगलवार शाम बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के भी छात्रों के समर्थन में JNU पहुंचने के बाद इस मामले ने और भी तूल पकड़ लिया है। भाजपा ने दीपिका पर टुकड़े टुकड़े गैंग का समर्थन करने का आरोप लगा दिया है वहीं सोशल मीडिया पर दीपिका ट्रोलर्स के निशाने पर आ गई है।