बांग्लादेश में हिंसा पर कांग्रेस नेता कर्ण सिंह बोले- मोहम्मद यूनुस को तत्काल कदम उठाने चाहिए
Bangladesh violence case : वरिष्ठ कांग्रेस नेता कर्ण सिंह ने बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों और समुदाय के नेताओं पर हाल में हुए हमलों की शनिवार को निंदा की और नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली देश की अंतरिम सरकार से इस नरसंहार को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने तथा हिंदू समुदाय को उनकी सुरक्षा का भरोसा दिलाने का आग्रह किया।
सिंह की यह टिप्पणी बांग्लादेश के चटगांव में नारेबाजी करती भीड़ द्वारा तीन हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ किए जाने के एक दिन बाद आई है। बांग्लादेश में इस्कॉन के एक पूर्व सदस्य पर राजद्रोह का मामला दर्ज किए जाने के बाद से विरोध प्रदर्शन और हिंसा देखी गई है।
सिंह ने एक बयान में कहा, केंद्रीय मंत्रिमंडल में रहने और 1970 के दशक में बांग्लादेश की आजादी की पूरी गाथा को व्यक्तिगत रूप से देखने के बाद यह माना गया था कि पाकिस्तान के विपरीत, जहां इस्लामी कट्टरवाद पूरे देश में व्याप्त था, बांग्लादेश एक लोकतांत्रिक और गैर-सांप्रदायिक राष्ट्र होगा, जहां सभी धार्मिक समुदायों को देश से समान संरक्षण प्राप्त होगा।
उन्होंने कहा कि इसके विपरीत हाल में हिंदू मंदिरों, संगठनों, समुदाय के नेताओं और निजी आवासों पर बर्बर हमले किए गए, जिससे जानमाल का भारी नुकसान हुआ, यह वाकई चौंकाने वाला है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ईसाई गिरजाघरों और अहमदिया समुदाय के साथ भी यही हुआ है और ये घटनाएं बेहद निंदनीय हैं।
सिंह ने कहा, मैं नोबेल पुरस्कार विजेता एवं बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का नेतृत्व कर रहे प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस से आग्रह करता हूं कि वह इस नरसंहार को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाएं तथा हिंदू समुदाय को आश्वस्त करें कि उनका जीवन, संपत्ति और धार्मिक स्थल पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे।
उन्होंने कहा कि हाल की घटनाओं ने दुनियाभर में हिंदू समुदाय में व्यापक चिंता पैदा कर दी है और (यह) बांग्लादेश की छवि पर गंभीर प्रभाव डाल रही है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सिंह ने कहा, मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने भारत की ओर से बांग्लादेश को उचित संदेश दिया है।
भारत ने बांग्लादेश में उग्र बयानबाजी और हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि अंतरिम सरकार को सभी अल्पसंख्यकों की रक्षा की अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। भारत ने यह भी आशा व्यक्त की कि बांग्लादेश में राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास से संबंधित मामले को न्यायसंगत, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से निपटाया जाएगा।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद को बताया कि भारत ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं को गंभीरता से लिया है और अल्पसंख्यकों सहित सभी नागरिकों के जीवन और स्वतंत्रता की रक्षा करना बांग्लादेश की प्राथमिक जिम्मेदारी है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour