Weather update : मानसून को लेकर असमंजस, जानिए कितना सटीक रहता है अनुमान?
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के केरल में आगमन में 2 दिन की देरी हो सकती है और राज्य में अब इसके 3 जून तक पहुंचने का अनुमान है। दूसरी ओर निजी पूर्वानुमान एजेंसी 'स्काईमेट वेदर' ने कहा कि मानसून का केरल में आगमन हो चुका है। 'स्काईमेट वेदर' के अध्यक्ष (मौसम विज्ञान) जीपी शर्मा के मुताबिक इस साल मानसून की शुरुआत बेहद कमजोर है।
3 जून का लगाया था अनुमान : भारतीय मौसम विभाग (IMD) के महानिदेशक एम. महापात्रा ने रविवार को कहा कि कर्नाटक तट पर चक्रवातीय परिसंचरण के चलते दक्षिण-पश्चिम मानसून की चाल प्रभावित हुई है। 1 जून से दक्षिण-पश्चिमी हवाएं धीरे-धीरे जोर पकड़ सकती हैं। इसके चलते केरल में वर्षा संबंधी गतिविधियों में तेजी आ सकती है, लिहाजा केरल में 3 जून के आसपास मानसून के पहुंचने की उम्मीद है। भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि निम्नस्तरीय दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के जोर पकड़ने के चलते वर्षा संबंधी गतिविधियां तेज होंगी।
कितना सटीक अनुमान? : मानसून के आगमन का अनुमान पहले ही लगा लिया जाता है। आमतौर पर 1 जून से बारिश के मौसम की शुरुआत होती है लेकिन कई बार यह देरी से भी दस्तक देता है। मानसून का पूर्वानुमान एक ऐसी अबूझ पहेली है जिसका अनुमान लगाना बेहद कठिन है। 16 पैरामीटरों/मानकों की सूक्ष्मता से स्टडी कर मानसून की भविष्यवाणी की जाती है। भारतीय मौसम विभाग की भविष्यवाणियों की सटीकता 70-80 प्रतिशत तक रहती है।
दिल्ली में गरज के साथ छींटें : दिल्ली में सोमवार को गरज के साथ बारिश होने का अनुमान है। भारत मौसम वैज्ञानिक विभाग (आईएमडी) ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में रविवार शाम धूलभरी आंधी चलने के बाद सोमवार को मौसम में अचानक बदलाव आया और न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।