गुरुवार, 28 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. राष्ट्रीय
  4. CBSE paper leak
Written By
Last Modified: नई दिल्ली , शुक्रवार, 30 मार्च 2018 (14:31 IST)

सीबीएसई पेपर लीक मामला : दस और लोगों से पूछताछ

सीबीएसई पेपर लीक मामला : दस और लोगों से पूछताछ - CBSE paper leak
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने सीबीएसई का 10 वीं कक्षा का गणितका और12 वीं कक्षा का इकॉनोमिक्स का पेपर लीक होने के संबंध में 10 और लोगों से पूछताछ की और बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक से बातचीत की।
 
पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि सीबीएसई ने यह भी कहा है कि उसके अध्यक्ष को 10वीं कक्षा का गणित का पेपर लीक होने के बारे में परीक्षा से एक दिन पहले एक ई- मेल मिला था। गणित और इकॉनोमिक की परीक्षा क्रमश: 28 मार्च और 26 मार्च को हुई थी।
 
जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने मामले के संबंध में कल तक एक कोचिंग सेंटर के मालिक, 18 छात्रों और ट्यूशन पढ़ाने वाले कुछ शिक्षकों समेत 35 लोगों से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि पुलिस ने गुरुवार को सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक से दो घंटे तक बातचीत की ताकि परीक्षा कराने की प्रक्रिया समझी जा सके।
 
अधिकारी ने बताया कि प्रश्न पत्र कैसे तैयार होता है, प्रश्न पत्र कहां रखे जाते हैं और विभिन्न परीक्षा केंद्रों तक उन्हें कैसे वितरित किया जाता है, इसके बारे में चर्चा की गई।
 
दिल्ली पुलिस ने दो मामले दर्ज किए हैं। इकॉनोमिक्स का पेपर लीक होने के संबंध में पहला मामला27 मार्च को और गणित का पेपर लीक होने का मामला 28 मार्च को दर्ज किया गया। सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक की शिकायत पर ये मामले दर्ज किए गए। ये मामले आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के आरोप में दर्ज किए गए हैं।
 
गणित के पेपर से जुड़ी शिकायत पर बोर्ड ने कहा कि परीक्षा से एक दिन पहले सीबीएसई अध्यक्ष की आधिकारिक आईडी पर लीक के बारे में एक ई- मेल आया था। उन्होंने बताया कि ईमेल भेजने वालेने कहा था कि गणित का पेपर व्हाट्सएप पर लीक हो गया है और इसे रद्द किया जाना चाहिए।
 
शिकायत के अनुसार, मेल में व्हाट्सएप पर कथित तौर पर लीक हुए गणित के पेपर की हाथ से लिखी प्रति भी अटैचमेंट के रूप में भेजी गई थी। मामले की जांच के लिए पुलिस के दो उपायुक्तों, चार सहायक पुलिस आयुक्तों और पांच निरीक्षकों का एक विशेष जांच दल गठित किया गया है। यह दल संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) की निगरानी में काम कर रहा है। (भाषा)