उद्धव सरकार की 'शपथ' पर बवाल, भाजपा नाराज
मुंबई। महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने शनिवार को कहा कि उद्धव ठाकरे सरकार का शपथ ग्रहण गैरकानूनी है क्योंकि यह निर्धारित प्रारूप के अनुसार नहीं हुआ। पाटिल ने विधान भवन में पत्रकारों से कहा कि मंत्रियों ने शपथ लेते समय अपने नेताओं और अन्य लोगों के नाम लिए जो प्रोटोकॉल के अनुरूप नहीं है।
ऐसे तो आधी लोकसभा खाली हो जाएगी : राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने यह कहते हुए पाटिल के दावों को खारिज कर दिया कि कई भाजपा सांसदों ने ऐसा ही किया था। उन्होंने कहा कि अगर पाटिल के मापदंड का इस्तेमाल किया जाए तो आधी लोकसभा खाली हो जाएगी।
पाटिल ने कहा कि लोगों ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को वोट दिया था जिसे 161 सीटें मिली लेकिन शिवसेना ने जनादेश को धोखा दिया। पहले संवाददाता सम्मेलन के बाद से ही वे विकल्प के बारे में बात करने लग गए थे।
उद्धव के साथ 169 विधायक : इस बीच, उद्धव ठाकरे ने विधानसभा में बहुमत हासिल कर लिया है। उन्हें सदन में 169 विधायकों का समर्थन मिला। महाराष्ट्र में बहुमत का आंकड़ा 145 है। भाजपा ने संविधान उल्लंघन का आरोप लगाते हुए फ्लोर टेस्ट का बहिष्कार किया।
इससे पहले शनिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विश्वास मत के मद्देनजर विधान भवन परिसर में छत्रपति शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि दी।
ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी के मुख्यमंत्री का पद साझा करने को लेकर चुनाव पूर्व सहयोगी भाजपा के साथ टकराव के बाद शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने सरकार बनाई।
भाजपा 105 सीटें जीतकर सबसे बड़ा दल बनकर उभरी। वहीं, शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने 21 अक्टूबर को हुए चुनाव में क्रमश: 56, 54 और 44 सीटें जीती।