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Last Updated : सोमवार, 4 नवंबर 2024 (14:51 IST)

आतंकवाद के खिलाफ बिस्कुट बना सफल हथियार, जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा कमांडर ढेर

कुत्तों को बिस्कुट खिलाकर ऐसे किया लश्कर-ए-तैयबा कमांडर उस्मान को ढेर

आतंकवाद के खिलाफ बिस्कुट बना सफल हथियार, जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा कमांडर ढेर - biscuit operation against terrorist in jammu and kashmir
हाल ही में जम्मू-कश्मीरमें सुरक्षाबलों ने एक बड़ी सफलता प्राप्त की है। एक आतंकवाद रोधी अभियान के दौरान, लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर उस्मान को मार गिराया गया है।

इस ऑपरेशन में सबसे अनोखी बात यह रही कि इसे सफल बनाने के लिए सुरक्षाबलों ने आवारा कुत्तों को शांत करने के लिए बिस्कुटों का इस्तेमाल किया। इस रणनीति से अभियान के दौरान आतंकवादियों को सतर्क होने से रोक दिया गया, और सुरक्षाबलों ने बिना किसी बाधा के अपने मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।

कौन था उस्मान : मारा गया आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा का शीर्ष कमांडर था और आतंकवादियों की सूची में वांछित नाम था।  उस्मान, लश्कर-ए-तैयबा का एक बड़ा नाम था, और सुरक्षाबलों के लिए उसका अंत करना एक महत्वपूर्ण काम था। कई सालों से उस्मान जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। उसकी गतिविधियों में युवाओं का ब्रेनवॉश करना, आतंकवादी हमलों की साजिश रचना, और पाकिस्तान से आने वाले आतंकी आदेशों को लागू करना शामिल था। सुरक्षाबलों के लिए उस्मान का खात्मा एक बड़ी जीत के रूप में देखा जा रहा है।

आतंकवाद रोधी अभियान में बिस्कुट का इस्तेमाल: एक नई रणनीति
जम्मू-कश्मीर के इस अभियान में एक नई और अनोखी रणनीति अपनाई गई। सुरक्षाबलों को जानकारी थी कि आतंकवादी ठिकाने के पास बड़ी संख्या में आवारा कुत्ते मौजूद थे। कुत्तों की आवाज़ से आतंकवादी सतर्क हो सकते थे, जिससे ऑपरेशन में रुकावट आ सकती थी।

इसी समस्या के हल के रूप में सुरक्षाबलों ने बिस्कुट का सहारा लिया। जब ऑपरेशन टीम अपने लक्ष्य की ओर बढ़ी, तो उन्होंने कुत्तों को बिस्कुट खिलाकर उन्हें शांत रखा। इस सरल लेकिन प्रभावी तकनीक ने सुरक्षाबलों को बिना किसी अड़चन के आतंकवादियों तक पहुँचने में मदद की और उस्मान को मार गिराने का अभियान सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया।

कैसे पहुंचे उस्मान तक: सुरक्षाबलों ने यह अभियान कई दिनों की योजना के बाद अंजाम दिया। पहले चरण में, उस्मान के ठिकाने का सटीक पता लगाया गया। इसके बाद ऑपरेशन टीम को इस बात की सूचना दी गई कि आवारा कुत्तों की आवाज़ से आतंकवादी सतर्क हो सकते हैं।

सुरक्षाबलों ने इस चुनौती को समझते हुए एक कुशल योजना बनाई, जिसमें कुत्तों को बिस्कुट खिलाकर उनकी आवाज़ को शांत किया गया। यह एक अनोखी रणनीति थी, जिसका नतीजा यह निकला कि सुरक्षाबलों को बिना किसी बाधा के उस्मान तक पहुँचने में सफलता मिली।

उस्मान का खात्मा: सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी उपलब्धि
उस्मान जैसे शीर्ष आतंकवादी कमांडर का खात्मा जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी सफलता है। जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा का नेटवर्क कमजोर करना भारत की सुरक्षा के लिए अहम है। इसके अतिरिक्त, इस सफल ऑपरेशन ने सुरक्षा बलों में आत्मविश्वास और हौसला बढ़ाया है, जो आगे की आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए आवश्यक है।

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को समाप्त करने के लिए सुरक्षाबलों ने पिछले कुछ वर्षों में कई आतंकवाद रोधी अभियानों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। लेकिन बिस्कुट की मदद से कुत्तों को शांत रखने जैसी अनोखी रणनीति दिखाती है कि सुरक्षाबल किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।

जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का सामना करना एक जटिल काम है, जिसमें सूक्ष्म रणनीतियों की आवश्यकता होती है। सुरक्षाबलों ने इस ऑपरेशन में बिस्कुट का इस्तेमाल करके यह दिखाया कि वे कठिन परिस्थितियों में भी साहस और बुद्धिमानी का परिचय दे सकते हैं। इस सफल अभियान ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद से लड़ाई में हमारे सुरक्षाबलों की नई रणनीतियाँ प्रभावी साबित हो रही हैं, जो भविष्य में और भी सफल अभियानों की नींव रख सकती हैं।
Edited By : Navin Rangiyal