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बर्ड फ्लू का इंसानों में फैलना बहुत रेयर है।
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मांस या अंडा खाने से यह नहीं फैलता है।
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भारत में बर्ड फ्लू की स्थिति गंभीर नहीं है।
रिसर्च के अनुसार H5N1 से संक्रमित होने पर ज्यादातर लोगों की मौत हो जाती है। भारत में भी बर्ड फ्लू से संबंधित तमाम तरह की खबरें वायरल हो रही हैं लेकिन इसकी सही जानकारी आप तक नहीं पहुंच रही है। हर साल बर्ड फ्लू के कुछ मामले सामने आते हैं और इस खबर का बात का बतंगड़ बनाया जाता है।
वेबदुनिया ने इंदौर पोल्ट्री फार्मर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ. सुरेन्द्र कुमरावत और वेटनरी डॉ. प्रशांत तिवारी से बातकर भारत में बर्ड फ्लू की सही स्थिति के बारे में जाना। तो आइए जानते हैं कि क्या कहते हैं डॉक्टर....
क्या है बर्ड फ्लू?
अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (CDC) के अनुसार ये वायरस दुनियाभर में जंगली जलीय पक्षियों में फैलता है। इसके बाद ये घरेलू पोल्ट्री, अन्य पक्षी और पशु प्रजातियों को संक्रमित कर सकता है। ये वायरस H5N1 वैरिएंट के रूप में इंसानों में म्यूटेड होता है और इन्फेक्ट कर सकता है। ये संक्रमित पक्षी की लार, नाक से निकलने वाले लिक्विड या मल के जरिए वायरस के रूप में फैल सकता है।
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क्या है बर्ड फ्लू के लक्षण?
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बर्ड फ्लू से संक्रमित होने पर हलके से गंभीर बुखार हो सकता है।
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इसमें दस्त और उल्टी भी शामिल है।
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बुखार के साथ खांसी, गले में खराश, नाक बहना।
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मांसपेशियां में दर्द, सिरदर्द, थकान, सांस लेने में तकलीफ होना।
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इसमें तेज बुखार या निमोनिया भी हो सकता है।
बर्ड फ्लू का खतरा किसे सबसे ज्यादा है?
इंदौर के वेटनरी डॉ. प्रशांत तिवारी के अनुसार इंसानों में बर्ड फ्लू फैलने की आशंका बहुत कम और रेयर है। यह पशु-पक्षी के साधारण संपर्क में आने से नहीं फैलता है। इसका खतरा उन लोगों को सबसे अधिक है जो ज़्यादातर समय पक्षी और पशु के साथ रहते हैं। सिर्फ मुर्गी से ही नहीं बल्कि अन्य संक्रमित पक्षी और पशु के संपर्क में रहने से यह फैल सकता है। इसका खतरा पोल्ट्री फार्म में सबसे अधिक है।
क्या मांस खाने से बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ रहा है?
डॉ. प्रशांत ने बताया कि मांस खाने से बर्ड फ्लू नहीं फैलता है। जो व्यक्ति ज़्यादातर समय संक्रमित पशु या पक्षी के साथ है उसे इसका खतरा होता है। भारत में कच्चा मांस नहीं खाया जाता है। अधिकतर लोग मांस को उबालकर या अच्छे से पकाकर ही खाते हैं। 70 डिग्री सेल्सियस से अधिक हीट होने पर वायरस मर जाता है।
क्या अंडा खाने से बर्ड फ्लू फैल सकता है?
WHO के अनुसार ऐसा कोई विज्ञान प्रमाण नहीं है जो बताता हो कि अंडे या अंडा उत्पादों के सेवन से लोग एवियन इन्फ्लूएंजा से संक्रमित हुए हैं। हालांकि पोल्ट्री में प्रकोप वाले क्षेत्रों के अंडों को कच्चा या आंशिक रूप से पकाया हुआ नहीं खाया जाना चाहिए।
भारत में क्या है स्थिति?
वर्तमान स्तिथि में भारत में बर्ड फ्लू से हुई इंसान की मौत का कोई भी मामला नहीं देखा गया है। यह बहुत रेयर केस है। हालांकि पिछले कुछ सालों में पोल्ट्री और अन्य पक्षियों में इस वायरस के कारण मौत देखी गई है लेकिन इंसानों में इसके फैलने की आशंका बहुत कम है। हालांकि WHO ने भारत में बर्ड फ्लू के प्रति चेतावनी जारी की है।
मध्यप्रदेश में क्या है स्थिति?
इंदौर पोल्ट्री फार्मर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ. सुरेन्द्र कुमरावत के अनुसार मध्यप्रदेश का पशु चिकत्सा विभाग, बर्ड फ्लू के लिए हाई अलर्ट पर है। किसी भी गांव या नए क्षेत्र में बहुत सारे मृत पक्षी मिले तो विभाग तुरंत पड़ताल शुरू कर देता है। इन पक्षियों का पोस्टमार्टम किया जाता है। लैब टेस्ट में इनकी मौत का कारण बताया जाता है। इसके साथ ही पोल्ट्री फार्म और मीट मार्केट में रैंडम सैंपलिंग भी ली जा रही है। सबसे ज्यादा सैंपलिंग अक्टूबर से फरवरी के बीच ली जाती है क्योंकि इन महीनों में इन्फेक्शन की आशंका अधिक होती है।
क्या बर्ड फ्लू कोरोना से भी ज्यादा खातरक है?
डॉ. कुमरावत और डॉ. प्रशांत, दोनों के अनुसार बर्ड फ्लू कोरोना जितना हानिकारक नहीं है। बर्ड फ्लू के खतरे की सूचना को लेकर लोगों के बीच भ्रम और भय फैलाया जा रहा है। कोरोना बहुत जल्दी और आसानी से फैलने वाला वायरस है लेकिन बर्ड फ्लू का इंसानों में फैलना बहुत रेयर है।
बर्ड फ्लू के लिए क्या सावधानियां ज़रूरी हैं?
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WHO के अनुसार उच्च जोखिम वाले वातावरण जैसे जीवित पशु बाजारों/फार्मों और जीवित मुर्गीपालन, या ऐसी सतहों के संपर्क से बचना चाहिए।
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साबुन और पानी से बार-बार हाथ धोने या अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइज़र के उपयोग से हाथ की स्वच्छता की सलाह दी जाती है।
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खाना पकाने के वातावरण को साफ रखना, कच्चे और पके हुए मांस को अलग करना। मांस को अच्छी तरह से पकाना चाहिए।
बर्ड फ्लू का खतरा भारत की तुलना में अन्य देशों में ज्यादा है। भारत में कच्चा मांस नहीं खाया जाता है इसलिए इसकी इंसानों में फैलने की संभावना भी कम है। भ्रमक और भय पैदा करने वाली जानकारियों से दूर रहें। हालांकि पोल्ट्री फार्म में स्वच्छता बनाए रखना ज़रूरी है जिससे बीमारियों का खतरा कम हो। साथ ही मांस या अंडे को अच्छे से पकाकर ही खाएं।