मुकेश सहनी के पिता की हत्या का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, सामने आई हत्या की वजह
Jitan Sahani Murder : विकासशील इंसान पार्टी (VIP) प्रमुख मुकेश सहनी के पिता के हत्याकांड के मुख्य आरोपी काजिम अंसारी को दरभंगा जिले के घनश्यामपुर थाना अंतर्गत गिरफ्तार कर लिया गया है। जीतन सहनी की हत्या पैसे के लेन-देन के विवाद में की गई थी। मुख्य आरोपी ने उक्त घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है।
वरीय पुलिस अधीक्षक (SSP) जगुन्नाथ रेड्डी जला रेड्डी ने बुधवार को यहां बताया कि 15-16 जुलाई की रात में जिले के घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के जिरात गांव में हुई हत्या की घटना का सफल उद्भेदन कर लिया गया है और एक अभियुक्त इसी तहाँ क्षेत्र के अफजला टोला, सुपौल बाजार का रहने वाला काजिम अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त ने घटना के संबंध में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।
रेड्डी ने बताया कि अभियुक्त काजिम अंसारी ने जीतन सहनी से ब्याज पर कर्ज लिया था, जिसे न चुका पाने के कारण कर्ज के एवज में गिरवी रखी ज़मीन नहीं छुड़ा पा रह था। उन्होंने बताया कि काजिम ने जीतन सहनी से तीन किस्त में डेढ़ लाख का कर्ज चार प्रतिशत मासिक ब्याज दर पर अपनी ज़मीन गिरवी रख कर लिया था। वह कर्ज चुकाने में समर्थ नही हो पा रहा था।
एसएसपी ने बताया कि अपनी गिरवी रखी जमीन छुड़ाने के लिए काजिम कई तरकीब लगता रहा। इसी क्रम में घटना की रात लगभग डेढ़ बजे काजिम और उसके साथियों ने श्री सहनी के घर के पीछे के दरवाजे से प्रवेश किया। इसके बाद अभियुक्तों ने श्री जीतन सहनी को जगाकर डरा-धमकाकर अपनी जमीन और कर्ज के कागज़ात मांगने लगा लेकिन सहनी ने उन्हें उल्टा गाली देना शुरू कर दिया। रेड्डी ने बताया कि इस पर काजिम ने गुस्से में आकर सहनी पर ताबड़तोड़ चाकू से वार करना शुरू कर दिया।
बाकी लोगों ने मृतक के हाथ पैर पकड़ कर रखे थे। हत्या करने के बाद अभियुक्तों ने कागज़ात वाली अलमारी की चाभी ढूंढने की कोशिश की ताकि अपनी जमीन और कर्ज के कागज़ात वापस ले जा सकें लेकिन चाभी नही मिली।
एसएसपी ने बताया कि चाभी नहीं मिलने पर अभियुक्तों ने निर्णय लिया कि बंद आलमारी को पानी में फेंक दिया जाए ताकि सभी कागज गलकर नष्ट हो जाएं। सभी अभियुक्तों ने मिलकर लकड़ी की अलमारी को घर के पीछे के एक छोटे से तालाब में फेंक दिया और वहां से फरार हो गए। उन्होंने बताया कि काजिम अंसारी ने अपने जिन साथियों के नाम बताए हैं उनके विषय मे जांच की जा रही है। इनपुट एजेंसियां