रामदेव बोले, मैं अभी राजनीतिक पंगा नहीं लेना चाहता...
नई दिल्ली। 'पतंजलि' के संरक्षक बाबा रामदेव ने मंगलवार को कहा कि वह देश में किसी भी तरह के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के खिलाफ हैं।
बाबा रामदेव ने अमेरिकी कंपनी अमेजन सहित आठ ई-रिटेलरों के साथ उनके प्लेटफॉर्म पर पतंजलि के उत्पादों की बिक्री के लिए करार के मौके पर आज यह बात कही। उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब सरकार ने पिछले सप्ताह ही एकल ब्रांड खुदरा स्टोरों के लिए ऑटोमेटेड मार्ग से शत-प्रतिशत एफडीआई की मंजूरी दी है।
रामदेव मोदी सरकार के सत्ता में आने से पहले एफडीआई के विरोध में भाजपा के साथ खड़े थे। एफडीआई पर उनकी राय पूछने पर बाबा रामदेव ने कहा कि मेरा मत एफडीआई के खिलाफ है, लेकिन अभी मैं इस विषय में ज्यादा बोलकर कोई राजनीतिक पंगा नहीं लेना चाहता।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि उन्हें विदेशी प्रौद्योगिकी, विज्ञान या मशीनरी अपनाने में कोई आपत्ति नहीं है। पतंजलि की प्रयोगशालाओं तथा संयंत्रों में भी इनका उपयोग किया जाता है।
इस संदर्भ में अमेजन के साथ करार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कोई सीधा उत्तर नहीं दिया, लेकिन कहा पतंजलि किसी भी कीमत पर विदेशी कंपनी के साथ पार्टनरशिप नहीं करेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई विदेशी कंपनी कर्ज के तौर पर पतंजलि को वित्तीय मदद देना चाहे तो उसमें उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी।
बाबा का कारोबारी लक्ष्य एक लाख करोड़ : रोजमर्रा के उपभोक्ता उत्पाद (एफएमसीजी) क्षेत्र की तेजी से बढ़ रही योग गुरु बाबा रामदेव के संरक्षण वाली कंपनी पतंजलि ने एक साथ आठ बड़े ई-रिटेलरों के साथ साझेदारी की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कंपनी का लक्ष्य तीन साल में कारोबार 10 गुना कर एक लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाना है।
बाबा रामदेव ने पतंजलि के प्रबंध निदेशक तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी आचार्य बालकृष्ण, पेटीएम मॉल, बिग बास्केट, फ्लिपकार्ट, गोफर्स, अमेजन, नेटमेड्स, 1एमजी और शॉपक्लूज के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि अभी पतंजलि का कारोबार 10 हजार करोड़ रुपए का है। इसे दो-तीन साल में 50 हजार से एक लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाना है।
उन्होंने बताया कि इन ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों पर परीक्षण के दौरान रोजाना 10 लाख ऑर्डर आ रहे थे। अगले एक साल में दो हजार करोड़ सालाना ऑर्डर का लक्ष्य है। साथ ही विदेशों में भी अपनी पैठ बढ़ाते हुए पांच से दस साल में कम से कम 10 से 20 देशों में अग्रणी एफएमसीजी कंपनी बनना है। (वार्ता)