100 सैनिकों के साथ पाकिस्तान के 2000 जवानों को चटा दी धूल, जानिए ब्रिगेडियर चांदपुरी से जुड़ी 10 खास बातें
चंड़ीगढ़। 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान लोंगेवाला पोस्ट पर हुई जंग के हीरो ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह चांदपुरी का शनिवार को निधन हो गया। वे 77 साल वर्ष के थे। आइए जानते हैं ब्रिगेडियर चांदपुरी से जुड़ी 10 खास बातें...
कुलदीप सिंह मात्र सिर्फ 22 साल की उम्र में पंजाब रेजिमेंट की 23वीं बटालियन में शामिल हुए थे।
ब्रिगेडियर चांदपुरी ने लोंगेवाला में करीब 100 जवानों की मदद से पाकिस्तान के 2000 सैनिकों और 40 टैंकों को रोके रखा था।
इतना ही नहीं इन बहादुर जवानों ने पाक सेना को आठ किलोमीटर दूर तक खदेड़ दिया था।
राजस्थान की लोंगेवाला पोस्ट पर उनकी बहादुरी के किस्से सेना में आज भी सुनाए जाते हैं।
भारत-पाक सीमा पर बहादुरी के लिए चांदपुरी को महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था।
जेपी दत्ता की फिल्म बॉर्डर लोंगेवाला की लड़ाई पर आधारित थी। इसमें सनी देओल ने ब्रिगेडियर चांदपुरी का रोल निभाया था।
बॉर्डर फिल्म में जिस तरह ब्रिगेडियर चांदपुरी की बहादुरी को दिखाया गया था उससे वह घर-घर में लोकप्रिय हो गए थे।
ब्रिगेडियर चांदपुरी जितने बहादुर थे उतनी ही मानवता भी उनमें भरी हुई थी। वे हमेशा ही जरूरतमंदों की मदद करते थे।
साल 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्ध के समय वह मेजर थे, और बाद में वह ब्रिगेडियर बने। रिटायर होने के बाद वह चंड़ीगढ़ में रहने लगे थे।
कुलदीप सिंह ने शनिवार सुबह मोहाली में आखिरी सांस ली। वे कैंसर से पीड़ित थे। कुछ ही दिनों पहले वे विदेश से लौटे थे।