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Written By WD

राहुल गांधी- मेरी आवाज सुनो....

राहुल गांधी
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नई दिल्ली। देश में सांप्रदायिक तनाव पर सदन में चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को लोकसभा में न केवल आगे आए बल्कि अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी भी की। शोरशराबे के कारण कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित भी की गई।

कांग्रेस ने देश में बढ़ती सांप्रदायिक घटनाओं के विषय पर आज लोकसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया था। प्रश्नकाल के दौरान सांप्रदायिक तनाव पर सदन में चर्चा की मांग को लेकर राहुल ने पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ ‘तानाशाही नहीं चलेगी, वी वांट जस्टिस, प्रधानमंत्री जवाब दो’ जैसे नारे लगाए। जब राहुल नारेबाजी कर रहे थे उस समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदन में मौजूद थे।

लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने यूपी के सांप्रदायिक दंगे पर चर्चा कराए जाने और सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ विधेयक सदन में लाने की मांग की, लेकिन लोकसभा स्पीकर ने उनकी मांग को खारिज कर दिया। इसके बाद कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा में खूब हंगामा किया।

वेल में पहुंचे अमेठी से कांग्रेस सांसद राहुल ने कहा कि सरकार सांप्रदायिक हिंसा के मामले में चर्चा नहीं कराना चाहती। यहां किसी की आवाज नहीं सुनी जा रही है। प्रधानंमत्री नरेन्द्र मोदी पर परोक्ष हमला करते हुए राहुल ने कहा कि यहां सिर्फ एक व्यक्ति की ही आवाज सुनी जाती है। राहुल ने कहा कि हमें बोलने नहीं दिया गया। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन पर भी भेदभाव का आरोप लगाया।

सदन में हंगामे के दौरान राहुल को कई बार सोनिया गांधी से बात करते भी देखा गया। इससे पहले कार्यवाही शुरू होने पर सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश के हित में, धर्मनिरपेक्षता के हित में प्रश्नकाल स्थगित करें। इस बारे में नोटिस दिया है। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि उन्हें कार्य स्थगन नोटिस मिला है और प्रश्नकाल के बाद इन विषयों को उठाने का मौका देंगी।

सदस्य इससे संतुष्ट नहीं हुए और कांग्रेस, राजद, जदयू, आरएसपी, आम आदमी पार्टी के सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। संसदीय कार्यमंत्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि देश में सांप्रदायिक तनाव नहीं है और अनावश्क समस्या पैदा न करें।

करीब पौने बारह बजे सदन की कार्यवाही फिर शुरू होने पर स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया। कांग्रेस, राजद, जदयू, आरएसपी, आम आदमी पार्टी आदि के सदस्यों ने अध्यक्ष के आसन के समीप नारेबाजी जारी रखी। इस बार राहुल गांधी सदन में नहीं दिखे। इस दौरान प्रधानमंत्री को सदन में नहीं देखकर विपक्षी सदस्यों ने ‘प्रधानमंत्री कहां गए, अच्छे दिन कहां गए’ के नारे लगाए।

अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने प्रश्नकाल की कार्यवाही जारी रखी और मंत्रियों ने सदस्यों के सवालों के जवाब भी दिए। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी से कुछ देर तक बात करते देखा गया। (वेबदुनिय/भाषा)