शुक्रवार, 15 नवंबर 2024
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चुनावी नतीजों से पहले भाजपा में भीतरघात पर घमासान, उषा ठाकुर के विरोध में खुलकर आए गोविंद मालू

चुनावी नतीजों से पहले भाजपा में भीतरघात पर घमासान, उषा ठाकुर के विरोध में खुलकर आए गोविंद मालू - Usha Thakur
भोपाल। मध्यप्रदेश भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पहले चुनाव के समय बागियों से जूझने वाली भाजपा में अब वोटिंग के बाद भीतरघात का मुद्दा जोर पकड़ रहा है। पार्टी के ऐसे उम्मीदवार जिनको चुनाव में भीतरघात या स्थानीय स्तर पर पार्टी के नेताओं का सहयोग नहीं मिला है वे अब अपनी आवाज बुलंद करने लगे हैं। इसमें सबसे बड़ा नाम महू से बीजेपी उम्मीदवार उषा ठाकुर का है, जिनका एक वीडियो जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वे अपना टिकट जानबूझकर बदले जाने का आरोप पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पर लगाती नजर आती हैं।


वहीं इस वीडियो के वायरल होने के बाद इंदौर की सियासत भी गर्मा गई है। उषा ठाकुर के विरोध में अब बीजेपी के बड़े नेता गोविंद मालू खुलकर सामने आ गए हैं। गोविंद मालू ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि आप करें तो पुण्य कोई और करें तो पाप। गोविंद मालू ने ये तंज उषा ठाकुर के वायरल वीडियो को लेकर कसा है। ये पूरा सियासी बवाल चुनाव के ऐन पहले उषा ठाकुर की सीट बदलने को लेकर शुरू हुआ है। वर्तमान में इंदौर तीन विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक उषा ठाकुर को पार्टी ने ऐन चुनाव के वक्त इंदौर तीन की बजाय बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की सीट महू से लड़ने के लिए भेज दिया था और इंदौर तीन से कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय को टिकट दे दिया था।

इसके बाद उषा ठाकुर ने सार्वजनिक तौर पर अपनी नाराजगी जताई थी, वहीं वोटिंग के ठीक बाद उषा ठाकुर का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें उषा ठाकुर कैलाश विजयवर्गीय पर पार्टी अध्यक्ष को सेट कर अपना टिकट बदले जाने का आरोप लगाती नजर आ रही हैं। उषा ठाकुर का आरोप है कि कांग्रेस की तरह भाजपा भी अब वंशवाद से पीड़ित हो गई है। उषा ठाकुर का कहना है कि इसकी शिकायत वे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भी करेंगी। वहीं उषा ठाकुर के इस वायरल वीडियो के बाद अब इंदौर की सियासत भी गर्मा गई है।

इंदौर बीजेपी के बड़े नेता और पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता गोविंद मालू ने सोशल मीडिया फेसबुक पर उषा ठाकुर पर तंज कसते हुए एक लंबी पोस्ट लिखी है। गोविंद मालू ने लिखा है कि आप करें तो पुण्य, कोई और करे तो पाप। जिम्मेदार पदाधिकारी को अपनी उचित/अनुचित बात को सार्वजनिक न कहकर उचित फोरम पर कहनी चाहिए, उन्हें नेचुरल क्लेमेंट पर हुआ अन्याय नहीं दिखता जो 2013 में उन्होंने खुद मेरे साथ किया तब और अब भी मैंने कोई रिएक्ट नहीं किया और तब भी नहीं जब मुख्यमंत्री की जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान हमारे कार्यकर्ताओं को अकारण मारा जाकर यात्रा को बिगाड़ने की कोशिश की फिर भी अपनी सभी बात उचित फोरम पर आक्रामक, बेबाक, तथ्यपरक रूप से व्यक्त की जिससे नेतृत्व सहमत भी हुआ।

जो तृप्त कार्यकर्ता पद और टिकट दोनों पाते हैं, फिर भी दुखी होते हैं, वे ही सेबोटेज करते हैं, बयानबाजी करते हैं, बगावत करते हैं, क्या टिकट लेने का लगातार अनुशासनहीनता का परमिट मिला है इन्हें, इनसे क्या प्रेरणा लेगा वो कार्यकर्ता जिसके साथ वास्तव में अन्याय होता रहा और वह चुपचाप सहन करता है पार्टी की अनुशासन और गरिमा की मर्यादा के लिए। गोविंद मालू की इस पोस्ट के बाद इंदौर की सियासत गर्मा गई है, वहीं कांग्रेस ने पूरे मामले पर चुटकी लेने में देर नहीं की। कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने उषा ठाकुर को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने सच सामने लाने की कोशिश की है।

उषा ठाकुर के समर्थन में मेहदले तो वहीं अब उषा ठाकुर के समर्थन में शिवराज कैबिनेट की वरिष्ठ मंत्री कुसुम मेहदले समर्थन में आ गई हैं। कुसुम मेहदले ने ट्वीट कर लिखा कि उषा ठाकुर जी आपके साथ अन्याय हुआ, बेवजह आपको अपनी सीट इंदौर 3 बदलकर महू जाना पड़ा, हमें आपके साथ सहानुभूति है।  शिवराज सरकार में मंत्री कुसुम मेहदले से पार्टी ने इस बार पल्ला झाड़ते हुए उनका टिकट काट दिया था, जिसके बाद कुसुम मेहदले पार्टी से नाराज चल रही हैं।
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