मानसून में इन 7 जगहों पर जाने से बचें
Do not Visit Here In Monsoon: भारत में कुछ ऐसी जगहें हैं जहां भारी बारिश होती है और बाढ़ जैसे हालात पैदा हो जाते है। सभी नदी, नाले, डेम, समुद्र आदि सभी लबरेज रहते हैं। इसी के साथ पहाड़ों पर भूस्खलन, समुद्र में हाई टाइड और नदियों से लगे शाहरों में बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में भारत की इन 7 जगहों पर जाने से बचना चाहिए।
1. असम : असम में हर वर्ष मानसून में बाढ़ के हालात रहते हैं। कांजीरंगा राष्ट्रीय अभ्यारण्य भी यहीं है। असम में कामाख्या देवी का विश्व प्रसिद्ध मंदिर है।
2. उत्तराखंड और हिमाचल : उत्तराखंड में कई सुंदर पहाड़ी स्थान देखने लायक है। चार धाम सहित यहां पर मसूरी, अल्मोड़ा, नैनीताल आदि कई खूबसूरत जगहें हैं। यहां पर पहाड़ों पर लैंडस्लाइड का खतरा बढ़ जाता है साथ ही आने जाने के कई मार्ग बंद हो जाते हैं। इस तरह हिमाचल के हिल स्टेशन भी खतरे वाली जगह है।
3. मेघालय : यदि आप मार्च के माह में जंगल और बारिश का मजा लेना लेना चाहते हैं तो मेघालय जरूर जाएं। यहां प्रमुख रूप से शिलॉन्ग को जरूर देखें। मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग भारत का सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन है। इसे पूर्व का स्कॉटलैंड कहा जाता है। चेरापूंजी का स्थानीय और आधिकारिक नाम सोहरा है जो शिलॉन्ग से 56 किलो मीटर की दूरी पर है। लेकिन यहां पर मानसून में घूमना खतरनाक है।
4. अराकू घाटी: अराकू घाटी भी एक बड़ी खूबसूरत जगह है। यहां पर घूमने के लिए हर कोई लालयित रहता है। हिल स्टेशन के रूप में जानी जाने वाली अराकू घाटी आंध्र प्रदेश के दक्षिण भारतीय राज्य में विशाखापट्टनम जिले स्थित है। लेकिन मानसून में यहां जाना खतरनाक हो सकता है।
5. चांदीपुर: चांदीपुर तट उड़ीसा राज्य के बालेश्वर शहर से 16 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां पर कसुआरिना के पेड़ों और रेत के टीलों का नजारा देखने के लिए लोग बहुत दूर दूर से आते हैं। यहां पर मानसून में वही लोग जाते हैं जिन्हें बारिश और खतरों का शौक है।
6. दार्जलिंग : 'क्वीन ऑफ हिल्स' के नाम से मशहूर दार्जिलिंग हमेशा से एक बेहतरीन हनीमून डेस्टिनेशन रहा है। लेकिन मानसून में यहां पर बारिश का स्तर इस तरह बढ़ जाता है कि घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है। पडाड़ों पर खतरा बढ़ जाता है।
7. श्रीनगर और द्रास : श्रीनगर के बहाने आप भारत के सबसे खूबसूरत राज्य जम्मू और कश्मीर में घूम सकते हैं। यहां जहां अमरनाथ की गुफा है तो दूसरी ओर बर्फ से ढंगे खूबसूरत पहाड़, झील और लंबे-लंबे देवतार के वृक्ष। खूबसूरत झीलों के साथ ही आकर्षक बाग-बगीचों को भी यहां देखकर मन को सुकून मिलेगा। लेकिन मानसून में यहां घूमने का कोई मतलब नहीं क्योंकि एक ओर जहां यहां पर आने जाने के रास्ते खराब हो जाते हैं वहीं जल स्तर इतना बढ़ जाता है कि बाढ़ के हालात कभी भी पैदा हो सकते हैं।