* जन्म के बाद 6 माह तक सिर्फ माँ के दूध पर पलने वाले बच्चे को निमोनिया कम होता है।
* निमोनिया से बचने हेतु कुछ टीके भी उपलब्ध हैं, जो लगवाना चाहिए। इनमें बीसीजी, एचआईवी, डीपीटी व न्यूमोकॉक्कल के टीके प्रमुख हैं।
* गर्भवती महिला की अच्छी देखभाल करने से जन्म लेने वाले बच्चे का वजन अच्छा रहता है। जन्म के समय बच्चे का वजन ढाई किलो से अधिक होना चाहिए। ऐसे बच्चों को निमोनिया होने का जोखिम न्यूनतम रहता है।
* शिशु के कॉस्मेटिक्स की सारी चीजें ऐसी हों जो उसकी त्वचा को हानि न पहुँचाए। जैसे बेबी सोप, बेबी ऑइल, बेबी शैंपू, बेबी पावडर, क्रीम इत्यादि।