मुंबई में GBS के कारण मौत का पहला मामला आया सामने, पुणे से लौटने के बाद हुई थी बीमारी
वडाला इलाके का निवासी और एक अस्पताल में वार्ड बॉय के रूप में काम करने वाला मरीज कुछ दिन पहले पहले पुणे गया था, जहां जीबीएस का प्रकोप देखा गया है।
GBS reported in Mumbai: मुंबई के एक अस्पताल में 53 वर्षीय व्यक्ति ने गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) के कारण जान गंवा दी, जो इस तंत्रिका विकार (Nervous Disorders) के कारण यहां मौत होने का पहला मामला है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वडाला इलाके का निवासी और एक अस्पताल में वार्ड बॉय के रूप में काम करने वाला मरीज कुछ दिन पहले पहले पुणे गया था, जहां जीबीएस का प्रकोप देखा गया है।
मरीज को पैरों में कमजोरी की शिकायत के बाद 23 जनवरी को नायर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बीएमसी की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उसे सांस लेने में तकलीफ होने और उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में स्थानांतरित करने के बाद वेंटिलेटर पर रखा गया।
बीएमसी ने कहा कि मरीज में बुखार और दस्त जैसे लक्षण नहीं दिखे थे। इस बीच बीएमसी ने कहा कि पड़ोसी पालघर जिले की 16 वर्षीय एक लड़की फिलहाल नायर अस्पताल में जीबीएस का इलाज करा रही है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुंबई के सभी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज जीबीएस रोगियों के इलाज के लिए तैयार हैं। बीएमसी ने कहा कि शहर में आवश्यक दवाएं, उपकरण और विशेषज्ञता उपलब्ध है।
अधिकारियों ने पहले बताया था कि मुंबई में जीबीएस का पहला मामला 7 फरवरी को सामने आया था, जब अंधेरी (पूर्व) की रहने वाली 64 वर्षीय महिला के इससे संक्रमित होने का पता चला था। पुणे क्षेत्र में जीबीएस के कारण अब तक 7 लोगों की मौत होने की सूचना मिली है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार को पुणे क्षेत्र में संदिग्ध और पुष्ट जीबीएस मामलों की संख्या 197 तक पहुंच गई।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta