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Last Updated : सोमवार, 14 अक्टूबर 2019 (09:53 IST)

नौकरी मांगने पर युवाओं को चन्द्रमा दिखाती है मोदी सरकार : राहुल गांधी

Rahul Gandhi  | नौकरी मांगने पर युवाओं को चन्द्रमा दिखाती है मोदी सरकार : राहुल गांधी
लातूर (महाराष्ट्र)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को भाजपा सरकार पर करार प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मुख्य मुद्दों से लोगों का ध्यान भटका रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब युवा नौकरी मांगते हैं, तब उनसे कहा जाता है कि चांद की ओर देखो।
 
राहुल ने अर्थव्यवस्था में गिरावट जैसे वास्तविक मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए मीडिया पर भी आरोप लगाया। उन्होंने यहां एक चुनाव रैली में दावा किया कि देश में कई कारखाने बंद होने के लिए जिम्मेदार कारणों में एक कारण विभाजनकारी राजनीति भी है।
एक ओर जहां भाजपा 21 अक्टूबर को महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रचार में जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लेने के केंद्र सरकार के फैसले और राष्ट्रवाद का मुद्दा उठा रही है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता अर्थव्यवस्था की स्थिति और बेरोजगारी को लेकर मोदी और शाह पर निशाना साधा।
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री देश के सामने मौजूद वास्तविक मुद्दों पर चुप्पी साधे हुए हैं। राहुल ने संभवत: चंद्रयान 2 मिशन का संदर्भ देते हुए कहा कि इसरो को कांग्रेस ने बनाया था। रॉकेट दो दिन में नहीं गया, सालों लगे हैं, उसका फायदा जरूर नरेंद्र मोदीजी उठा रहे हैं, मगर चांद पर रॉकेट भेजने से हिंदुस्तान के युवाओं के पेट में भोजन नहीं जाएगा। हालांकि इस उपलब्धि के लिए उन्होंने इसरो की सराहना की।
महाराष्ट्र में लातूर जिले की औसा विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के लिए एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि नरेन्द्र मोदी और अमित शाह का वास्तविक उद्देश्य लोगों का ध्यान कॉर्बेट पार्क, चांद, चीन, पाकिस्तान, जापान और कोरिया तथा अन्य मुद्दों की ओर भटकाना है। वे देश के समक्ष मौजूद असल मुद्दों पर चुप्पी साधे हुए हैं।
 
उन्होंने कहा कि पिछले 40 वर्षों में बेरोजगारी अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। देश में दो हजार से अधिक कारखाने बंद हो गए हैं। ऑटोमोबाइल सेक्टर तबाह हो गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री के गृह राज्य गुजरात में कपड़ा और हीरा उद्योगों के संकट के बारे में पता चला है।
 
कांग्रेस नेता ने कहा कि हाल में मेरी गुजरात की यात्रा के दौरान मुझे कपड़ा और हीरा उद्योगों की समस्याओं के बारे में पता चला, लेकिन मीडिया इस संबंध में एक शब्द भी नहीं बोल रहा है। कोई भी नरेन्द्र मोदी पर सवाल नहीं उठाएगा। आपको बारीकी से देखना चाहिए कि वास्तव में क्या हो रहा है?
 
उन्होंने कहा कि यदि आप देश के किसी भी कोने में लोगों के सामने आने वाली मौजूदा समस्याओं के बारे में पूछते हैं, तो जवाब मिलेगा तबाह किसान और बेरोजगारी...। यदि आप किसानों से उनकी स्थिति के बारे में पूछते हैं, तो उनका जवाब होगा- मोदीजी ने हमें तबाह कर दिया।
 
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने 15 अमीर लोगों का 5.5 लाख करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया जबकि मनरेगा जैसी ग्रामीण रोजगार योजनाओं के लिए सिर्फ 35,000 करोड़ रुपए की जरूरत है।
 
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि यदि कोई किसान कर्ज नहीं चुका पाता है तो उसे जेल भेज दिया जाता है लेकिन वहीं दूसरी ओर बड़े उद्योगपतियों के बकाया ऋण को एनपीए (गैर-निष्पादित संपत्तियां) घोषित किया जा रहा है और इस तरह के कॉर्पोरेट घरानों के लिए बैंक एक बार फिर अपने दरवाजे खोल रहे हैं।
उन्होंने दावा किया कि नोटबंदी और वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी)का असल उद्देश्य गरीबों की जेबों से पैसा निकालकर अमीरों को देना था। राहुल ने एक बार फिर अपने इस आरोप को दोहराया कि नोटबंदी के दौरान कोई भी भ्रष्ट व्यक्ति पैसा निकालने के लिए एटीएम के बाहर कतारों में नहीं खड़ा हुआ था।
 
उन्होंने कहा कि मोदी भ्रष्टाचार खत्म करने के वादे के साथ आए थे और नोटबंदी की। लेकिन क्या आपने किसी भी एटीएम या किसी बैंक के बाहर कतारों में किसी भ्रष्ट व्यक्ति को खड़ा देखा था। कतारों में केवल गरीब, मजदूर, किसान और आम लोग खड़े थे। उनसे यह धनराशि ली गई और नीरव मोदी तथा मेहुल चोकसी जैसे चोरों का ऋणमाफी करने के लिए इसका इस्तेमाल किया गया।
 
राहुल ने कहा कि यदि आप किसी छोटे या मध्यम स्तर के व्यापारियों से जीएसटी के प्रभाव के बारे में पूछते हैं, तो उनका उत्तर सत्यानाश होगा। वे इस कराधान प्रणाली से तबाह हो गए हैं। उन्होंने यह भी पूछा कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ (तमिलनाडु के मामल्लापुरम में हुई शिखर वार्ता) मोदी ने क्या उनसे 2017 के डोकलाम गतिरोध के बारे में पूछा। राहुल ने 2017 में भारतीय क्षेत्र में चीनी सैनिकों की कथित घुसपैठ का जिक्र करते हुए यह कहा।
 
कांगेस नेता ने केंद्र के 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भारत के बाजारों में 'मेड इन चाइना' के उत्पादों की बाढ़ आ गई है। इससे पता चलता है कि चीन के युवकों को रोजगार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था का पतन अभी शुरू ही हुआ है।
 
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, आप देखेंगे कि आने वाले दिनों में हमें कितना नुकसान होगा। अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए कांग्रेस के दशकभर के कार्यों पर मोदी सरकार द्वारा पानी फेरा जा रहा है। इसलिए वे कश्मीर और अनुच्छेद 370, देश के चंद्रयान मिशन आदि पर बातें कर रहे हैं लेकिन देश के समक्ष मौजूद महत्वपूर्ण मुद्दों पर वे एक शब्द भी नहीं बोलेंगे।
 
विभाजनकारी राजनीति का जिक्र करते हुए गांधी ने कहा कि भारत ने प्रगति की क्योंकि सभी धर्मों और जातियों के लोगों ने एक साथ मिलकर काम किया है।
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