मध्यप्रदेश विधानसभा में नर्सिंग घोटाले की गूंज, सरकार का चर्चा से इंकार, कार्यवाही स्थगित
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र का आगाज आज हंगामे के साथ हुआ। सदन की आज पहले दिन की कार्यवाही नर्सिंग घोटाले के हंगामे की भेंट चढ़ गई। आज बजट सत्र के पहले दिन कांग्रेस विधायक नर्सिंग घोटाले के विरोध में एप्रिन पहुंचकर विधानसभा पहुंचे। सदन की कार्यवाही शुरु होते ही विपक्षी दल कांग्रेस की तरफ से नर्सिंग घोटाले को लेकर स्थगन प्रस्ताव के जरिए चर्चा की मांग। विपक्ष के भारी हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही पहले एक बार फिर मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
वहीं कांग्रेस की सदन में चर्चा कराए जाने की मांग को सत्ता पक्ष ने खारिज कर दिया। संसदीय कार्यमंत्री उमंग सिंघार ने कहा कि चूंकि पूरा मामला कोर्ट में है, इसलिए इस पर सदन में चर्चा नहीं की जा सकती। इसके बाद सदन में हंगामा हो गया जिसे देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने पहले एक बजे तक और उसके बाद कल तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी। वहीं मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने हंगामे पर कहा कि नियम प्रक्रिया के तहत मान्य परंपरा के अंतर्गत चर्चा करने को तैयार है लेकिन उत्तेजना में कोई बात नहीं जाएगी।
विपक्ष के भारी हंगामे के बाद नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रदेश में 200-300 करोड़ का नर्सिंग घोटाला पूर्व चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग की देखेरख में हुआ है। नर्सिंग घोटाले की जांच चल रही है तो नैतिकता के आधार पर विश्वास सारंग को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाना चाहिए। कांग्रेस का आरोप है कि नर्सिंग कॉलेज घोटाले में प्रदेश में लाखों युवाओं के साथ अन्याय हुआ है इसलिए इस पर चर्चा होनी चाहिए।
बजट में कांग्रेस सरकार को सड़क से लेकर सदन तक घेरने की तैयारी में है। नर्सिंग घोटाले को लेकर युवा कांग्रेस विधानसभा सत्र के दौरान कल मंगलवार को सुबह 11 बजे से 3 जुलाई सुबह 11बजे तक बोर्ड आफिस चौराहे पर धरना देगी जिसमें कांग्रेस के समस्त वरिष्ठ नेता एवं युवा कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल रहेंगे।