आखिर जैन समाज ने क्यों किया भोजशाला पर दावा?
Bhojshala : धार में भोजशाला विवाद में अब जैन समाज की भी एंट्री हो गई है। बताया जा रहा है कि भोजशाला में खुदाई के दौरान 39 खंडित मुर्तियां मिली है। इनमें से 2 जैन समाज की है। अब जैन समाज का दावा है कि यहां हमारा मंदिर था। खुदाई में जैन समाज के तीर्थंकर और देवी देवताओं की मुर्तियां मिली है।
समाज ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में याचिका दायर कर दावा किया कि खुदाई में जैन समाज के तीर्थंकर और देवी देवताओं की मुर्तियां मिली है। याचिका में कहा गया है कि यहां किसी समय एक जैन गुरुकुल भी था।
याचिका में कहा गया है कि इस बात की जांच होना चाहिए कि भोजशाला में सरस्वती देवी का मंदिर था या जैन समाज के देवी देवताओं का। जैन समाज के 2 प्रतिनिधियों को भी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण में शामिल करने की मांग भी याचिका में की गई है। अदालत में याचिका स्वीकार कर ली गई है। मामले पर 4 जुलाई को सुनवाई हो सकती है।
भोजशाला में अब तक 2 ही पक्षकार (हिंदू और मुस्लिम) हैं। जैन समाज भी इस मामले में पक्षकार के रूप में एंट्री चाहता है। समाज के लोग खुदाई में मिली मुर्तियों को भी चाहते हैं ताकि उन्हें सही स्थान पर विराजित किया जा सके।
उल्लीखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग योजशाला में सर्वे कर रहा है। सर्वे रिपोर्ट जल्द ही शीर्ष अदालत में पेश की जाएगी।
Edited by : Nrapendra Gupta