MP Board 10th-12th Result 2022: बोर्ड परीक्षा में फेल हुए स्टूडेंट्स को मिलेगा एक और मौका, जानें क्या है रुक जाना नहीं योजना
भोपाल। मध्यप्रदेश में आज 10वीं और 12वीं बोर्ड के नतीजे घोषित हो गए है। इस बार 10 वीं बोर्ड में 59.54% फीसदी और 12वीं बोर्ड में 72.72% स्टूडेंट पास हुए। वहीं एमपी बोर्ड 10वीं 12वीं परिणाम में करीब 4.75 लाख बच्चे फेल हुए हैं। इनमें 10वीं के करीब 3.50 लाख और 12वीं के करीब 1.20 लाख स्टूडेंट्स हैं। परीक्षा में फेल हुए छात्रों को स्कूल शिक्षा विभाग एक औऱ मौका देने जा रही है।
रुक जाना नहीं योजना के तहत एमपी बोर्ड के 10वीं 12वीं परीक्षा 2022 में दो या दो से अधिक विषयों में फेल विद्यार्थियों को जून माह में फिर से परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जाएगा। इस परीक्षा का परिणाम जुलाई माह के अंतिम सप्ताह में घोषित कर दिया जाएगा। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा एमपी बोर्ड मार्च 2022 की कक्षा 10वीं 12वीं की परीक्षा में अनुत्तीर्ण छात्रों को निराश होने की आवश्यकता नहीं है।
गौरतलब है कि रुक जाना नहीं योजना वर्ष 2016 से चलाई जा रही है। इस योजना में एमपी बोर्ड के 10वीं 12वीं में दो या दो से अधिक विषयों में फेल विद्यार्थियों को जून माह में फिर से परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जा रहा है। इस परीक्षा का परिणाम जुलाई माह के अंतिम सप्ताह में घोषित कर दिया जाएगा जिससे पास विद्यार्थी अपनी अगली कक्षा में प्रवेश लेकर नियमित अध्ययन कर सकें।
परीक्षा के लिए बोर्ड की घोषित तारीख पर एम.पी. ऑनलाइन कियोस्क के माध्यम से अथवा स्वयं ऑनलाइन निर्धारित शुल्क जमा कर परीक्षा के लिये पंजीयन करा सकेंगे। परीक्षा प्रश्न-पत्र मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल के पाठ्यक्रम अनुसार ही होंगे तथा केवल अनुत्तीर्ण विषयों की ही परीक्षा देनी होगी।
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंहं चौहान ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मेरे प्यारे बच्चों, कई बार सफलता और असफलता परिस्थितियों पर निर्भर करती है। यदि असफल होना तो चिंता मत करना, निराश मत होना, 'रुक जाना नहीं योजना' अभी भी चालू है। आप तैयारी के बाद इसी साल फिर से परीक्षा दे पाओगे, आपका साल भी खराब नहीं होगा।
10वीं बोर्ड का रिजल्ट 59.54%-मध्यप्रदेश बोर्ड की 10वीं की बोर्ड परीक्षा कुल 10 लाख 29 हजार 698 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। 59.54 प्रतिशत नियमित परीक्षार्थी उत्तीर्ण और 19.49 प्रतिशत स्वाध्यायी परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। नियमित छात्रों का उत्तीर्ण प्रतिशत 56.84 और नियमित छात्राओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 62.47 रहा। शासकीय विद्यालयों का परीक्षाफल 55.40 प्रतिशत एवं अशासकीय विद्यालयों का 69.48 प्रतिशत रहा है। प्रावीण्य सूची में 55 छात्राओं एवं 40 छात्रों (कुल 95) ने स्थान पाया हैं। दमोह जिले में सर्वाधिक 83.80 प्रतिशत छात्र-छात्राएँ उत्तीर्ण हुए हैं। द्वितीय स्थान पर अलीराजपुर जिला रहा, वहाँ 82.44 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए।
72% रहा 12वीं बोर्ड का रिजल्ट-वहीं 12वीं बोर्ड में कुल 6 लाख 97 हजार 880 परीक्षार्थी शामिल थे। नियमित परीक्षार्थी 6 लाख 29 हजार 381 और स्वाध्यायी परीक्षार्थी 68 हजार 499 थे। 72.72 प्रतिशत नियमित परीक्षार्थी और 32.90 प्रतिशत स्वाध्यायी परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। नियमित छात्रों का उत्तीर्ण प्रतिशत 69.94 एवं नियमित छात्राओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 75.64 रहा है। शासकीय विद्यालयों का परीक्षाफल 70.92 प्रतिशत और अशासकीय विद्यालयों का परीक्षाफल 76.30 प्रतिशत रहा है। प्रावीण्य सूची में 93 छात्राओं एवं 60 छात्रों (कुल 153) ने स्थान पाया हैं। अलीराजपुर जिले में सर्वाधिक 93.24 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इसके बाद द्वितीय स्थान पर दमोह जिला रहा, वहाँ 89.18 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए।