भोपाल। आपको फिल्म ‘नायक’ में हीरो अनिल कपूर का मुख्यमंत्री के तौर पर निभाया गया रोल याद होगा जिसमें वे लोगों की समस्याओं को सुनकर सीधे जिम्मेदार अफसरों को फोन लगाकर उनकी समस्याओं को तत्काल दूर करने का निर्देश देते हैं।
रूपहले पर्दे पर रील लाइफ का यह सीन आजकल मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में रील लाइफ की जगह रीयल में दिखाई दे रहा है। भले ही मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार हो और मुख्यमंत्री कमलनाथ हो, लेकिन इन दिनों सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ‘नायक’ अंदाज में नजर आते हुए अफसरों को लोगों के काम करने का निर्देश दे रहे हैं।
पिछले कई दिनों से लोग बड़ी संख्या में शिवराजसिंह चौहान के पास अपनी समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। शिवराज पहले तो लोगों की समस्याओं को ध्यान से सुनते है, फिर मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को फोन लगाकार समस्या का तत्काल दूर करने के निर्देश देते हैं। इस दौरान शिवराज अपनी ही स्टाइल में अफसरों को समझाइश देने से भी नहीं चूकते।
पहला मामला – स्थान- प्रदेश भाजपा कार्यालय
रविवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में पार्टी की सदस्यता अभियान को लेकर बड़ी बैठक चल रही थी। अभियान के राष्ट्रीय संयोजक शिवराजसिंह चौहान की अध्यक्षता में हो रही बैठक में कई केंद्रीय मंत्री और पार्टी सांसद और विधायक मौजूद थे।
इस दौरान दोपहर के लगभग 2 बजे रायसेन जिले के मंडीदीप के रहने वाले लोग जिनको प्रशासन विस्थापित करने की तैयारी में था, अपनी फरियाद लेकर भाजपा कार्यालय पहुंचे।
इसकी जानकारी जैसे ही शिवराजसिंह चौहान को लगी वे लोगों से मिलने के लिए आए और उनकी समस्या को सुनकर मौके से ही रायसेन कलेक्टर को फोन लगाकर बारिश के समय उनको विस्थापित नहीं करने को कहा। इस दौरान रायसेन कलेक्टर से फोन पर बात करते हुए शिवराज एक अलग अंदाज में दिखाई दिए।
दूसरा मामला – स्थान-भारत माता चौराहा (भोपाल)
पुलिस हिरासत में कथित पिटाई से युवक शिवम मिश्रा की मौत के मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर शिवराजसिंह चौहान भोपाल के भारत माता चौराहे पर धरना दे रहे थे। इस बीच धरनास्थल पर एक परिवार अपनी फरियाद लेकर पहुंचा। दिल की बीमारी से पीड़ित के परिजनों ने शिवराज से शिकायत की उनका हमीदिया अस्पताल में इलाज नहीं किया जा रहा है और पिछले बीस दिनों से अस्पताल में डॉक्टरों के चक्कर लगा रहे है।
डॉक्टर मशीन खराब होने का बहाना कहकर उन्हें प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए भेज रहे हैं। इस पर शिवराज ने मौके पर ही हमीदिया अस्पताल प्रबंधन को फोन लगाकर पीड़ित का इलाज तुरंत करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही शिवराज ने चेतावनी दी कि अगर गरीबों को न्याय नहीं मिला तो वे सड़क पर उतरेंगे।
तीसरा मामला – स्थान – भदभदा चौराहा (भोपाल)
सीहोर जिले के आदिवासी किसान अपनी मांगों को लेकर भोपाल के न्यू मार्केट स्थित टीनशेड में धरना देने आ रहे थे। इस दौरान पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को भदभदा पुलिस के बाहर रोक लिया, इसकी जानकारी जब शिवराज को लगी तो वे मौके पर पहुंचे और पुलिस-प्रशासन के अफसरों को समझाइश देते हुए जमकर फटकार लगाई।
इस दौरान बेहद सौम्य दिखने वाले शिवराज बेहद ही आक्रामक अंदाज में नजर आए तो खुद टैक्टर पर बैठक प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर उनको धरनास्थल तक लेकर आए।