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Last Modified: भोपाल , रविवार, 8 अक्टूबर 2017 (21:51 IST)

मध्यप्रदेश में चार माह में 126 किसानों ने की आत्महत्या

मध्यप्रदेश में चार माह में 126 किसानों ने की आत्महत्या - Madhya Pradesh Farmer Suicide
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह ने आज दावा किया कि राज्य में पिछले चार माह में कर्ज एवं फसल खराब होने से परेशान 126 किसानों ने आत्महत्या की है।
 
कांग्रेस नेता सिंह ने यहां एक बयान जारी कर बताया, ‘प्रदेश में पिछले चार माह में 126 किसानों ने आत्महत्या की है। औसतन हर दिन एक किसान ने आत्महत्या की है।’ उन्होंने दावा किया कि इन किसानों ने कर्ज से परेशानी एवं खराब फसल के कारण आत्महत्या की है।
 
उन्होंने सरकार से मांग की कि आत्महत्या करने वाले 126 किसानों के कर्ज़ माफ किया जाए, उनके परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए मुआवजा दिया जाए और एक व्यक्ति को नौकरी दी जाए।
 
सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान जून में मंदसौर के पिपल्या मंडी में किसानों पर गोली चलाने से छह किसानों की मृत्यु होने के बाद लगभग हर दिन एक किसान आत्महत्या कर रहा है।
 
उन्होंने कहा कि इसके अलावा प्रदेश में 19 किसानों ने आत्महत्या का प्रयास किया है, जबकि एक किसान ने इच्छा मृत्यु मांगी है। सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री के गृह जिले सीहोर में ही 15 किसानों ने आत्महत्या की है। यह आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश का किसान कितना बेबस है।
 
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, सागर जिले में 14 किसानों ने खुदकुशी की है, जबकि छतरपुर में आठ, विदिशा एवं बड़वानी में सात-सात, होशंगाबाद में छह, श्योपुर एवं रायसेन में पांच-पांच, शिवपुरी, धार, सतना, टीकमगढ़ एवं मुरैना में चार-चार, खंडवा, बैतूल एवं उज्जैन में तीन-तीन, राजगढ़, बालाघाट, नीमच, भोपाल, छिंदवाड़ा, पन्ना, देवास, इंदौर, मंदसौर, ग्वालियर एवं खरगोन में दो-दो और हरदा, नरसिंगपुर, दतिया, कटनी, सीधी, अशोकनगर, दमोह एवं जबलपुर में एक-एक किसान ने खुदकुशी की है।
 
दूसरी ओर, मध्यप्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष रणवीर सिंह रावत ने विपक्ष के इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि इन सभी किसानों ने कर्ज एवं फसल खराब होने के कारण नहीं बल्कि अन्य कारणों के चलते आत्महत्या की है।
 
रावत ने कहा, ‘खुदकुशी जैसे जघन्य कदम उठाने में कई पारिवारिक कारण भी होते हैं।’ उन्होंने बताया, ‘पिछले 14 साल में मध्यप्रदेश की भाजपानीत सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए इतना काम किया है, जो पहले कभी नहीं हुआ। कांग्रेस हताश है और सत्ता पर काबिज होने के लिए ऐसे मनगढ़त एवं झूठे आरोप हमारी सरकार पर लगा रही है।’