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Written By Author विकास सिंह
Last Updated : बुधवार, 8 जून 2022 (14:16 IST)

महापौर चुनाव में नए चेहरों पर दांव लगाना भाजपा की जरूरी ‘मजबूरी’?, हाईकमान की गाइडलाइन में फंस गई दिग्गजों की दावेदारी

महापौर चुनाव में नए चेहरों पर दांव लगाना भाजपा की जरूरी ‘मजबूरी’?, हाईकमान की गाइडलाइन में फंस गई दिग्गजों की दावेदारी - Madhya Pradesh: BJP will bet on new faces in mayoral election
भोपाल। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव में टिकट को लेकर भाजपा में घमासान मचा हुआ है। एक अदद टिकट की चाह में पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर टिकट के दावेदारों का हुजूम उमड़ रहा है। नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों और प्रदेश के 16 नगर निगम में महापौर प्रत्याशियों के नाम तय करने के लिए गुरुवार को पार्टी की कोर कमेटी की बैठक भी होने जा रही है। माना जा रहा है कि कोर कमेटी की बैठक में पार्टी महापौर चुनाव में पार्टी के उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा होगी, जिसके बाद पार्टी उम्मीदवारों के नामों का एलान करेगी।। 
टिकट चयन का थ्री लेयर फॉर्मूला- नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी उम्मीदवारों के चयन को लेकर भाजपा ने एक थ्री लेयर फॉर्मूला तैयार किया है। टिकट बंटवारे के इस फॉर्मूले के तहत प्रदेश के 16 नगर निगम में महापौर पद के लिए भाजपा उम्मीदवारों के नाम पर मोहर प्रदेश चुनाव समिति लगाएगी। वहीं पार्षदों के नाम का चयन संभागीय चुनाव समिति करेगी। हर जिले में पार्टी की जिला समिति पार्षद के नामों की अनुशंसा संभागीय चयन समिति को करेगी जिसमें पर विचार करने के बाद संभागीय समिति अपनी मोहर लगाएगी।
 
नए चेहरों पर दांव जरूरी ‘मजबूरी’!- नगर निगम में महापौर उम्मीदवारों के नामों को लेकर भाजपा की सबसे बड़ी समस्या उसकी अपनी ही गाइडलाइन है। पिछले दिनों भोपाल आए पार्टी के राष्ट्रीय जेपी नड्डा साफ कर चुके है कि पार्टी निकाय चुनाव में परिवारवाद को बढ़ावा नहीं देगी। इसके साथ ही भाजपा में ‘एक व्यक्ति-एक पद’ के फॉर्मूले के तहत सांसद विधायकों की मेयर पद के लिए दावेदारी भी संकट में पड़ गई है। भोपाल और इंदौर में महापौर के लिए भाजपा की ओर से जो भी दावेदार सामने आ रहे है वह वर्तमान में पार्टी में पहले से किसी पद पर है ऐसे में उनकी दावेदारी खतरे में पड़ गई है। 
 
भोपाल दौरे के दौरान भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने साफ कहा कि पार्टी जमीनी कार्यकर्ता को चुनावी मैदान में उतरेगी। ऐसे में पार्टी के सामने अब निकाय चुनाव में नए चेहरों को उतारना एक मजबूरी भी हो गई है। 
इंदौर में दिग्गजों का टिकट पर मंथन- अगर भाजपा में महापौर के टिकट की बात करें तो भोपाल और इंदौर के महापौर प्रत्याशी को लेकर पार्टी के अंदर खींचतान है। इंदौर में पार्टी के महापौर पद और पार्षद पद के प्रत्याशियों के चयन को लेकर बुधवार को भाजपा जिला कोर कमेटी की बैठक हुई जिमसें इंदौर जिले के प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्रा,पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री तुलसी सिलावट, उषा ठाकुर सहित पार्टी के स्थानीय विधायक शामिल हुए। इंदौर पहुंचे प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बैठक में नगरीय निकाय चुनाव पर चर्चा हुई और पार्टी जल्द ही टिकट का एलान करेगी। बैठक में चुनाव संचालन समिति, प्रबंधन समिति और समन्वय समिति का गठन किया गया। 

करीब दो घंटे चली मैराथन बैठक के बाद इंदौर के प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इंदौर में भाजपा का महापौर उम्मीदवार भविष्य के इंदौर की कल्पना को साकार करने वाला होगा। 
 
भोपाल में नए चेहरे पर दांव लगाने की तैयारी- वहीं राजधानी भोपाल में भाजपा महापौर पद के लिए किसी नए चेहरे पर दांव लगाने की तैयारी में है। गौरतलब है कि भोपाल महापौर पद ओबीसी महिला पद के लिए आरक्षित है। ऐसे में टिकट के दावेदार भाजपा और कांग्रेस में बड़े महिला ओबीसी चेहरे है। भाजपा की ओर से गोविंदपुरा से वर्तमान विधायक और पूर्व महापौर कृष्णा गौर का नाम सुर्खियों में सबसे आगे है। कृष्णा गौर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की बहू है और यहीं परिवारवाद की छाप उनके टिकट में सबसे बड़ी अड़चन भी है। 
 
वहीं भाजपा की ओर महापौर की टिकट की दौड़ में दूसरा नाम पार्टी की वरिष्ठ नेता राजो मालवीय का है। राजो मालवीय भाजपा के टिकट से पहले भी चुनाव लड़ चुकी है। वहीं ओबीसी वर्ग से आने वाली मालती राय का नाम भी महापौर प्रत्याशी की दौड़ में शामिल है। मालती राय पार्टी की जमीनी कार्यकर्ता है और ग्राउंड लेवल पर सक्रिय है।
 
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