मंगलवार, 19 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. मध्यप्रदेश
  4. Holiday gift to government employees in election year in Madhya Pradesh
Written By Author विकास सिंह
Last Modified: सोमवार, 5 जून 2023 (14:02 IST)

मध्यप्रदेश मेंं चुनावी साल में सरकारी छुट्टियों की सौगात से कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले

मध्यप्रदेश मेंं चुनावी साल में सरकारी छुट्टियों की सौगात से कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले - Holiday gift to government employees in election year in Madhya Pradesh
मध्यप्रदेश में चुनावी साल में हर समाज को साधने के लिए लगातार बड़े आयोजन हो रहे है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समाज के कार्यक्रम में पहुंचकर उस समाज के वोट बैंकं को साधने के लिए लगातार बड़े एलान कर रहे है। इसी कड़ी में रविवार को भोपाल में हुए ब्राह्मण महाकुंभ में मुख्यमंत्री ने परशुराम की जयंती (प्राकट्य उत्सव) पर प्रदेश में शासकीय अवकाश करने एलान किया है। इसके 4 दिन पहले ही मुख्यमंत्री ने भोपाल गौरव दिवस के कार्यक्रम में एक जून को सरकारी छुट्टी करने का एलान किया था।

दरअसल चुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अलग-अलग समाज के महापुरुषों के जरिए उस समाज को एक बड़ा संदेश देते हुए महापुरुषों की जयंती को सरकारी तौर पर बनाने के साथ उस दिन सरकारी छुट्टी का एलान कर रहे है। मध्यप्रदेश में अब कुल आठ महापुरूषों के नाम पर सरकारी छुट्टियां मिलेगी। परशुराम जयंती पर सरकारी छुट्टी के एलान से पहले मुख्यमंत्री ने भोपाल में महाराणा प्रताप जयंती पर 22 मई को सरकारी अवकाश की घोषणा की थी। अगर  देखा जाए तो मध्यप्रदेश में संत रविदास जयंती, डॉ. अम्बेडकर जयंती, महर्षि परशुराम जयंती, महर्षि वाल्‍मीकी जयंती, भगवान बिरसा मुंडा जयंती और गुरुनानक जयंती पर भी सरकारी अवकाश रहेगा।

वहीं इसके साथ चुनावी साल में भगवान चित्रगुप्त के प्राक्ट्व उत्सव, ज्योतिबाफुले की जयंती, तेजा जी जयंती, गंगा सप्तमी का ऐच्छिक अवकाश सरकारी कर्मचारियों को दे चुके हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल की आजादी के मौके पर आयोजित गौरव दिवस समारोह में हर साल 1 जून को भोपाल में सरकारी छुट्टी करने की घोषणा की थी।
 

जातीय वोट बैंक को साधने की कवायद-चुनावी साल में जातीय वोट बैंक को साधने के लिए मुख्मयंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार छुट्टियों का एलान कर रहे है। चुनाव में वोट बैंक के नजरिए से जिस समाज का जितना वजन होता है उसको उतना ही महत्व सरकार की  तरफ से  दिया जाता है। अगर समाज का वोट बैंक भारी है तो उस समाज के लिए सरकारी खजाना खोलने के साथ समाज के महापुरुषों की जयंती पर सरकारी अवकाश और अगर समाज की भागीदारी कम तो समाज के महापुरुष की जयंती पर ऐच्छिक अवकाश की घोषणा की जाती है।

सरकार जिस तरह से लगातार सरकारी कर्मचारियों के लिए अवकाश का एलान रही है, उसके अनुसार प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों को 6 महीने से कम काम करना पड़ता है। मध्यप्रदेश में पहले से सरकारी कर्मचारियों के लिए 5 डे वीक किया जा चुका है। अगर सरकारी कर्मचारियों की बात करें तो प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों को सिर्फ जयंती और पुण्यतिथि पर 30 छुट्टियां मिलती है। इसके साथ 53 रविवार के साथ 52 शनिवार के धार्मिक पर्व और त्योहारों के साथ सरकारी कर्मचारियों को ईएल, 13 सीएल और 20 मेडिकल लीव शामिल है।
ये भी पढ़ें
केजरीवाल बोले- कम हुआ दिल्ली का प्रदूषण, विकास की गति मंद नहीं पड़ी