नीमच में एक अधिकारी ऐसा भी है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन में चार चांद लगा रहा है। इस अफसर ने एक ऐसी अद्भुत और अनूठी पहल की है, जो काबिलेतारीफ है। संभवत: ऐसी पहल अब तक पूरे भारत में नहीं हुई है।
यह अधिकारी मंदिरों में चढ़ने वाले फूल और नारियल के छिलकों को इकट्ठा करवाता है और उससे जैविक खाद बना रहा है। यह अधिकारी हैं नीमच नगर पालिका के सीएमओ संदेश गुप्ता। गुप्ता इन फूलों को अपने हाथों से इकट्ठा करते हैं। यही सूखे फूल खाद बनकर पौधों में नए जीवन का संचार करेंगे और उनमें खिलने वाले फूल पूरे वातावरण को महकाएंगे।
इस अभिनव पहल के बारे में गुप्ता ने बताया कि मंदिरों में रोज़ाना जो फूल और नारियल चढ़ाए जाते हैं, शाम को उन्हें यहां-वहां फेंक दिया जाता है। इससे शहर में गंदगी ही बढ़ती है। उन्होंने कहा कि मैंने सोचा कि क्यों न इन फूलों को रोजाना इकट्ठा करवा लिया जाए और इससे जैविक खाद बनवाई जाए। यह विचार आते ही मैंने अपने सरकारी बंगले पर नाफेड का हौज बनवाया और एक गाड़ी लगा दी। यह गाड़ी रोज शाम को नीमच के करीब 45 मंदिरों पर जाकर फूल और नारियल के छिलके इकट्ठा करती है और उसे लाकर इस गड्ढे में डाल दिया जाता है।
जानकारों का मानना है की फूलों से बनने वाला जैविक खाद सबसे बेहतर होता है और यह काफी महंगा बिकता है। नीमच के 45 मंदिरों से करीब 100 किलो चढ़ावे के फूल एकत्रित होते हैं। वे पूरे शहरभर के नीम के पेड़ों की सूखी पत्तियां भी इकट्ठा करवाते हैं। सूखी पत्तियों को फूलों के साथ मिलाते हैं। यह काम वे खुद ही करते हैं।
सीएमओ गुप्ता कहते हैं कि मैं आसपास के बड़े मंदिरों को भी जोड़ने का प्रयास कर रहा हूं, ताकि वहां चढ़ने वाले क्विंटलों फूल और नारियल के छिलकों का सदुपयोग किया जा सके। नीमच में प्रतिदिन 60 टन सूखा और गीला कचरा निकलता है।
उन्होंने कहा कि जो कचरा जहां से आ रहा है, उसकी वहीं प्रोसेसिंग शुरू हो जाए तो गंदगी नहीं होगी। उनका कहना है कि नीमच की सब्जी मंडी में रोजाना 10 क्विंटल सड़ी-गली सब्जियां निकलती हैं। मंडी में करीब 400 व्यापारी हैं। मैंने सब्जी मंडी में ही दो शेड बनवा दिए हैं और नाफेड पद्धति से हौज बनवा दिए हैं। अब यह सब्जी उसमें डाल दी जाती है, जिससे ग्रीन कम्पोस्ट बनाया जा रहा है।
सीएमओ गुप्ता के इस प्रयास पर नपाध्यक्ष राकेश जैन 'पप्पू' का कहना है, मेरा मकसद है कि नीमच स्वच्छता मिशन में पूरे देश में प्रथम आए। हम बनने वाली जैविक खाद की पैकेजिंग करेंगे और उसको नपा बेचेगी जिससे नपा की आय होगी। उनका कहना है कि केवल झाड़ू लगाना ही मोदीजी का मिशन नहीं है। हमारा प्रयास है जनजागृति पैदा करें, ताकि गंदगी हो ही नहीं।