मंगलवार, 19 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. मध्यप्रदेश
  4. Exclusive interview of Karni Sena chief Jeevan Singh Sherpur
Written By Author विकास सिंह
Last Updated : मंगलवार, 10 जनवरी 2023 (14:53 IST)

शिवराज सरकार के खिलाफ करणी सेना की हुंकार, बोले जीवन सिंह शेरपुर, बनाया है तो बिगाड़ेंगे भी, 230 विस सीटों पर आंदोलन का ऐलान

सरकार से क्यों नाराज़ हैं करणी सेना, भोपाल में लाखों राजपूतों का शक्ति प्रदर्शन की वजह क्या है?

शिवराज सरकार के खिलाफ करणी सेना की हुंकार, बोले जीवन सिंह शेरपुर, बनाया है तो बिगाड़ेंगे भी, 230 विस सीटों पर आंदोलन का ऐलान - Exclusive interview of Karni Sena chief Jeevan Singh Sherpur
भोपाल। राजधानी भोपाल में रविवार का अपना शक्ति प्रदर्शन करने वाली कऱणी सेना का आज दूसरे दिन भी आंदोलन जारी है। राजधानी के जंबूरी मैदान में करणी सेना परिवार के मुखिया जीवन सिंह शेरपुर भूख हड़तल पर बैठ गए है। चुनावी साल में कऱणी सेना ने अपनी 21 सूत्री मांगों को लेकर शिवराज सरकार के खिलाफ हुंकार भर दी है। वेबदुनिया ने करणी सेना परिवार के मुखिया जीवन सिंह शेरपुर से पूरे आंदोलन और आंदोलन की आगे की रणनीति को लेकर खास बातचीत की।

शिवराज सरकार के खिलाफ हुंकार-‘वेबदुनिया’ से बातचीत में करणी सेना परिवार के मुखिया जीवन सिंह शेरपुर कहते हैं कि जब सरकार अत्याचार कहती है और गरीबों की अनदेखी होती तब आंदोलन होते है। हमारी लड़ाई अधर्म और अन्याय के खिलाफ है। हम अपने अधिकारों और सरकार की तानाशाही के खिलाफ लड़ रहे है। वह सरकार को साफ चेतावनी देते है कि जब हम इनको बनाया है तो अब बिगाड़ेंगे भी।  

जीवन सिंह शेरपुर कहते हैं कि अपनी 21 सूत्रीय मांगों को लेकर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे है जिसमें सबसे प्रमुख मांग एंट्रोसिटी एक्ट में परिवर्तन की मांग है। वह कहते हैं कि एट्रोसिटी एक्ट में बिना जांच की गिरफ्तारी और जेल भेजने का जो प्रवाधान है उसका दुरुपयोग किया जा रहा है। अगर एट्रोसिटी एक्ट में किसी के खिलाफ FIR  होती है तो पहले जांच और अगर व्यक्ति दोषी पाया जाता है तो तभी गिरफ्तारी की जाए। वेबदुनिया से बातचीत में जीवन सिंह शेरपुर कहते हैं कि सरकार ने अपने फायदे के लिए एट्रोसिटी एक्ट का उपयोग जातीय संघर्ष को बढ़ावा देने के लिए किया है। इसके अलावा दूसरी प्रमुख मांग आर्थिक आधार पर सहीं तरीके से आरक्षण देने की है। वह कहते हैं कि समजा के सभी गरीबों को आरक्षण आर्थिक आधार पर दिया जाए। आज आरक्षण की व्यवस्था का खामियाजा क्षत्रिय समाज भुगत रहा है। वह कहते हैं कि गरीब में जाति नहीं हो और सभी गरीबों को आरक्षण मिले।

सरकार ने आंदोलन को दबाने की कोशिश की- ;वेबदुनिया से बातचीत में करणी सेना के मुखिया जीवन सिंह शेरपुर कहते हैं कि सरकार ने उनके आंदोलन को दबाने की कोशिश की। सरकार ने पहले आंदोलन की परमिशन कैंसल की फिर बसों को रास्ते में रोका गया। भोपाल में आंदोलन में शामिल वाले लोगों को रोकने की कोशिश की। वह कहते हैं कि आंदोलन में हमारे साथियों पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है,उनके परिवार के सदस्यों पर सरकार अधिकारियों के मार्फत दबाव बना रही है।

भोपाल में सड़क पर प्रदर्शन- रविवार को जंबूरी मैदान में प्रदर्शन के बाद भूख हड़ताल पर बैठे जीवन सिंह शेरपुर पर जब प्रशासन ने अनुमति नहीं होने का हवाला देकर आंदोलन खत्म करने को कहा तो जीवन सिंह शेरपुर अपने साथियों के साथ जब आगे बढ़े तो पुलिस ने भेल चौहारे पर उन्हें रोक लिया जिसके बाद जीवन सिंह शेरपुर सड़क पर अपने साथियों के साथ धरने पर बैठ गए।
जीवन सिंह शेरपुर वेबदुनिया से बातचीत में साफ कहते हैं कि भूख हड़ताल पर बैठने का फैसला अचानक से नहीं लिया गया उन्होंने पहले से ही हर मंच से कहा था कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी  गई तो वह आंदोलन करेंगे। वह कहते हैं कि सरकार हमारी मांगों पर लिखित आश्वासन दें, इसके बाद ही आंदोलन खत्म होगा।

विधानसभा चुनाव में उतरने के संकेत- वेबदुनिया से बातचीत में जीवन सिंह शेरपुर कहते है कि हमारी लड़ाई व्यवस्था परिवर्तन के खिलाफ है। वह साफ कहते हैं कि भोपाल के बाद प्रदेश के अन्य शहरों में भी इसी तरह आंदोलन करेंगे। बातचीत मेंं जीवन सिंह शेरपुर साफ कहते हैं कि मध्यप्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर अपना प्रदर्शन करेंगे।

करणी सेना परिवार के मुखिया जीवन सिंह शेरपुर कहते हैं कि अगर हमारी बात नहीं मानी गई और अगर हमको लगा कि इन मांगों को पूरा करने के लिए राजनीति में जाना होगा तो निश्चित तौर पर जाएंगे। वहीं खुद के विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर जीवन सिंह शेरपुर कहते हैं कि मेरे चुनाव लड़ने पर फैसला हमारी कोर कमेटी करेगी।

वेबदुनिया से बातचीत में जीवन सिंह शेरपुर कहते हैं कि हमारी लड़ाई व्यवस्था परिवर्तन की है और अगर जरूरत पड़ती तो व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई सत्ता परिवर्तन की तरफ आगे बढ़ेगी। वह साफ कहते हैं कि जब चाहेंगे तब व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई को सत्ता परिवर्तन में परिवर्तित कर देंगे।