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Last Updated : रविवार, 14 फ़रवरी 2021 (18:38 IST)

जनक दीदी के साथ सेंट रेफ़ियल्स की छात्राओं ने लिया ‘स्वच्छता का पंच’ लगाने का संकल्प

जनक दीदी के साथ सेंट रेफ़ियल्स की छात्राओं ने लिया ‘स्वच्छता का पंच’ लगाने का संकल्प - cleanest city indore
सेंट रेफ़ियल्स स्कूल की प्राचार्या सिस्टर जान्सी जोसफ के मार्गदर्शन में एक वेबिनार आयोजित किया गया। ‘स्वच्छता का पंच’ विषय पर आयोजित इस वेबिनार में डॉ जनक पलटा मगिलिगन ने छात्र-छात्राओं को संबोधि‍त किया। उन्‍होंने कहा, हमारा अपना शहर इंदौर चार बार स्वच्छता के लिए पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त कर चुका है, अब स्वच्छता का पंच लगाने के लिए हम सब को मिल कर प्रयास करना होगा।

नगर निगम के कर्मचारी शहर को स्वच्छ बनाने के लिए दिन रात काम करते रहते है। लेकिन यह केवल उनका काम नहीं है। हम सभी की भी यह ज़िम्मेदारी है।

हम संकल्प लें कि हम कचरा न तो स्वयं फैलाएंगे और न ही दूसरों को ऐसा करने देंगे। हम बाज़ार जाएं तो सतर्क रहे, अपना कपड़े का थैला लेकर जाए ताकि प्लास्टिक बैग न लेना हो। अपने घरों में या बाहर जन्मदिन, शादी की सालगिरह, तीज त्यौहार, शादियों में सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। अपने बैग में लैपटाप रखते है स्मार्ट फोन रखते है, स्मार्ट बने।

मैं हर जगह अपने साथ कपड़े का थैला पानी की बोतल, गिलासं, चम्मच तथा एक रुमाल रखती हूं। डिस्पोसबल, प्लास्टिक में हरगिज़ नहीं खाती पीती हूं। हमारी नगर निगम ने भी रिजूबेल थैला शुरू किया। आप सभी स्वच्छता दूत हैं, संकल्प लें कि प्लास्टिक व कचरा  नहीं करेंगे। पानी के स्त्रोत भी साफ़ रखेंगे, पानी घर से लेकर जाएं, बाहर पानी की प्लास्टिक की बोतल न खरीदें।

इस अवसर पर स्वाहा कंपनी के संस्थापक समीर शर्मा ने कहा इंदौर शहर में हम हर रोज 1200 टन कचरा पैदा करते हैं, इसे प्रोसेसिंग यूनिट तक पहुंचाने का खर्च ही 12 लाख चालीस हजार रुपए आता है। यदि हम कचरा न करें तो यह राशि देश के विकास कार्यों पर खर्च की जा सकती है।

इंदौर में कचरे से सीएनजी बनाई जा रही है,यहां चलने वाली ग्रीन आई बसों मे कचरे से बनी सीएनजी का उपयोग किया जा रहा है। यह तभी संभव है, जब हम विभिन्न प्रकार के कचरे को अलग अलग कर नगर निगम को दें। इंदौर को स्वच्छता के क्षेत्र में पांचवी बार नंबर वन बनाना है तो हर बच्चे को स्वच्छता का अम्बेसेडर बनना होगा। अपने कैम्पस को ही जीरो वेस्ट कैम्पस बनाकर इसकी शुरुआत  कर सकते हैं।

प्लास्टिक और डिस्पोसबल आइटमों का उपयोग कम करें तथा कपड़ों के ऐसे मास्क का उपयोग करें जिन्हें बार-बार धोकर उपयोग मे लाया जा सके। इस अवसर पर एनएसएस अधिकारी राजबाला वर्मा ने स्वागत किया। आभार प्रदर्शन एनएसएस वोलंटीयर दिया शर्मा ने किया।