जानें उस मंदिर का इतिहास, जिसके CM डॉ. मोहन यादव ने दुबई में किए दर्शन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 13 जुलाई को दुबई यात्रा के दौरान अबू धाबी में बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (BAPS) मंदिर के दर्शन किए। यह मंदिर अपनी विशेष पहचान रखता है। इसका उद्घाटन साल 2024 को परम पावन महंत स्वामी महाराज ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त अरब अमीरात के सहिष्णुता-सह-अस्तित्व मंत्री शेख नाहयान मुबारक अल नाहयान के साथ किया था। यह मंदिर मध्य पूर्व का पहला पारंपरिक मंदिर है, जो भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच स्थायी मित्रता का प्रमाण है। यह सांस्कृतिक समावेशिता, अंतर-धार्मिक सद्भाव और सामुदायिक सहयोग की भावना को दर्शाता है।
गौरतलब है कि यह मंदिर अबू मुरेइखा क्षेत्र में 27 एकड़ जमीन पर बनाया गया है। पारंपरिक भारतीय वास्तुकला के अनुसार इसे बिना लोहे और स्टील के बनाया गया है। इसमें भारत और अन्य देशों से लाए गए पत्थरों और संगमरमर का उपयोग किया गया है। इस भव्य मंदिर की दीवारों पर भारतीय देवी-देवताओं, वनस्पति-जीवों और वैदिक कथाओं की अत्यंत सूक्ष्म और आकर्षक नक्काशी की गई है। यह नक्काशी शांति, सहिष्णुता और सह-अस्तित्व जैसे सार्वभौमिक मूल्यों को दर्शाती है।
सांस्कृतिक केंद्र भी है इसका परिसर
बता दें, इस मंदिर में पारंपरिक नागर शैली और मध्यपूर्वी सौंदर्यशास्त्र का समन्वय दिखाई देता है। इसके परिसर में एक सांस्कृतिक केंद्र, प्रदर्शनी हॉल, कक्षाएं और भोजनालय हैं। ये प्रवासी भारतीय समुदाय और पर्यटकों की सेवा करते हैं। इस मंदिर का निर्माण यूएई नेतृत्व के सहयोग और महंत स्वामी महाराज के मार्गदर्शन में संभव हो सका। Edited by : Sudhir Sharma