मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज उज्जैन में प्रदेश की पहली मेडिसिटी का करेंगे भूमिपूजन
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज उज्जैन में मध्यप्रदेश की पहली मेडिसिटी एवं शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय का भूमि-पूजन करेंगे। चिकित्सा महाविद्यालय 550 बेड की क्षमता वाला होगा। इसमें 150 मेडिकल छात्रों को चिकित्सा शिक्षा प्रदान की जायेगी। लगातार 24 घंटे आपातकाल सेवा देने वाले इस अस्पताल में जनरल और सुपर स्पेशिएलिटी ओपीडी भी होंगे। मेडिसिटी में सुपर स्पेशिएलिटी एवं मल्टी स्पेशिएलिटी अस्पताल, डायग्नोस्टिक सेंटर, फार्मेसी, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र, विभिन्न उपचार हेतु वेलनेस केन्द्र, आयुष अस्पताल, पैरामेडिकल कॉलेज, एकीकृत एवं समग्र स्वास्थ्य देखभाल की सुविधा, इको-फ्रेंडली इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ाने की सुविधाएं होंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार चिकित्सा सेवा और चिकित्सा शिक्षा को और अधिक बेहतर बनाने के लिए गंभीर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में चिकित्सा सेवा और आयुष के माध्यम से स्वास्थ्य और चिकित्सा को समग्रता में देखते हुए नई अवधारणा पर कार्य हो रहा है। इसके चलते उज्जैन में बनने वाली मेडिसिटी में न केवल मेडिकल कॉलेज रहेगा अपितु नर्सिंग, पैरामेडिकल, अनुसंधान सुविधा, चिकित्सक-विशेषज्ञ और स्टॉफ के आवास सहित संपूर्ण व्यवस्था होगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पिछले 20 साल में मध्यप्रदेश सरकार ने चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम उठाए हैं। वर्ष 2004-05 में प्रदेश में मात्र 5 मेडिकल कॉलेज थे, वर्तमान में प्रदेश में 17 मेडिकल कॉलेज संचालित हैं साथ ही 8 कॉलेज निर्माणाधीन हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सिंहस्थ अवधि में लगभग 15 करोड़ की आबादी उज्जैन में होगी। सामान्य समय में भी लगभग 5 से 7 करोड़ यात्री प्रतिवर्ष उज्जैन पधार रहे हैं। अतः यहां मेडिसिटी का बनना उपयोगी और महत्वपूर्ण है। उज्जैन में आकार ले रही मेडिसिटी के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।