सोमवार, 21 अक्टूबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. मध्यप्रदेश
  4. Ritu Narwale
Written By
Last Updated : गुरुवार, 2 सितम्बर 2021 (14:59 IST)

इंदौर में बना एक और रिकॉर्ड, महिला ड्राइवर ने चलाई AICTSL की बस

इंदौर में बना एक और रिकॉर्ड, महिला ड्राइवर ने चलाई AICTSL की बस | Ritu Narwale
इंदौर। गुरुवार सुबह इंदौर शहर में एक और रिकॉर्ड बना। पहली बार बीआरटीएस पर पिंक आई बस को इस शहर की बेटी रितु नरवाले ने प्रदेश में दौड़ाया। रितु ने पहली बार कई दिनों की ट्रेनिंग के बाद महिला यात्रियों को बैठाकर बस का संचालन किया। सुबह 7 बजे चली थी और इसमें 50 से ज्यादा महिला यात्रियों ने सफर किया।

 
महिलाओं को सुरक्षित और सुविधाजनक लोक परिवहन सुविधा देने के लिए फरवरी 2020 में शहर में अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड (एआईसीटीएसएल) द्वारा बीआरटीएस कॉरिडोर में पिंक बसों की शुरुआत की गई थी। इसमें यह योजना थी कि महिलाओं के लिए चलाई जाने वाले इन विशेष बसों में ड्राइवर और कंडक्टर भी महिलाएं ही होंगी, लेकिन महिला ड्राइवर ना मिल पाने के कारण लंबे समय से पुरुष ड्राइवर्स द्वारा ही इन बसों का संचालन किया जा रहा था। अब कुछ समय पहले प्रबंधन को दो महिला बस ड्राइवर मिलने पर उनकी ट्रेनिंग शुरू की गई थी। करीब 1 माह की ट्रेनिंग के बाद एक महिला ड्राइवर रितु नरवाले जब पूरी तरह परफेक्ट नजर आई तो गुरुवार अलसुबह 3 से 5 बजे के बीच 2 घंटे की ट्रेनिंग के बाद सुबह 7 बजे पहली बार उन्हें यात्रियों के लिए बस चलाने का अवसर दिया गया।

 
पूरे आत्मविश्वास से पहली ही बार में चलाई बस : बस चलाने के समय उन्हें ट्रेनिंग देने वाले सुपरवाइजर जयंत पाल पूरे समय मौजूद थे। उन्होंने बताया कि सुबह से 10 बजे के बीच रितु ने निरंजनपुर से राजीव गांधी सर्कल के बीच 2 फेरे लगाए।50 से ज्यादा महिला यात्रियों ने  इस दौरान बस में सफर किया। पूरे विश्वास और एक्सीलेंसी के साथ रितु ने बस को चलाया। बस को स्टॉप पर पार्क करना सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। यह काम भी रितु ने बहुत ही बेहतर तरीके से किया।
 
महिला यात्री भी हुईं खुश : एआईसीटीएसएल प्रवक्ता माला ठाकुर ने बताया कि महिलाओं के लिए चलाई जा रही पिंक बस में पहली बार महिला बस ड्राइवर्स को देखकर महिला यात्री भी काफी खुश हुईं और रितु का उत्साह बढ़ाया। रितु प्रदेश की पहली यात्री बस चलाने वाली महिला ड्राइवर बन गई है। कुछ दिनों तक दिन में कुछ फेरे रितु से लगवाए जाएंगे और फिर उन्हें पूरे समय के लिए बस चलाने को दी जाएगी। दूसरी महिला ड्राइवर अर्चना का प्रशिक्षण भी जारी है। जल्द ही वे भी यात्रियों को बैठाकर बस चलाना शुरू करेंगी।
ये भी पढ़ें
‘समय की मांग है कम ऊर्जा आवश्यकता वाली इमारतें’